दो बार की विश्व विजेता भारतीय टीम क्रिकेट में एक अलग मुकाम पर पहुंच चुकी है। भारतीय टीम ने 1983 और 2011 में विश्व कप अपने नाम किया और 2015 और 2019 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। इस समय विराट कोहली, रोहित शर्मा, एम एस धोनी और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा हैं। इन खिलाड़ियों की वजह से ही भारतीय टीम आज वनडे की सबसे मजबूत टीमों में से एक है।
आज हम ऐसे ही तीन पूर्व बल्लेबाजों की बात करेंगे जिन्होंने अपने प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट टीम का एकदिवसीय क्रिकेट में रुतबा ही बदल दिया।
#1 सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान की संज्ञा पा चुके सचिन तेंदुलकर ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने 1989 से लेकर 2012 तक भारतीय एकदिवसीय क्रिकेट टीम की बल्लेबाजी का प्रतिनिधित्व किया। सचिन तेंदुलकर ने भारतीय टीम की तरफ से 463 मैचों में 44.83 की शानदार औसत से 18426 रन बनाए जो कि एक रिकॉर्ड है। तेंदुलकर एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। इस दौरान उन्होंने 49 शतक भी मारे हैं जोकि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। सचिन तेंदुलकर के अलावा किसी भी बल्लेबाज ने अब तक 49 शतक एकदिवसीय क्रिकेट में नहीं जड़े हैं साथ ही साथ उन्होंने 96 अर्धशतक भी जड़े हैं।
सचिन तेंदुलकर वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज थे। सचिन तेंदुलकर के कई ऐसे रिकॉर्ड है जिन्हें तोड़ना सपने सा लगता है। तेंदुलकर ने इच्छा जाहिर की है कि उनका रिकॉर्ड कोई भारतीय खिलाड़ी ही तोड़े। अभी तक सचिन के ज्यादातर रिकॉर्ड रोहित शर्मा ने या तो विराट कोहली ने तोड़े हैं जो कि वर्तमान में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। सचिन तेंदुलकर ने भारतीय टीम के एकदिवसीय रुतबा को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
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#2 सौरव गांगुली
दादा के नाम से मशहूर सौरव गांगुली ने भारतीय टीम के लिए एकदिवसीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। धोनी जैसे कई शानदार खिलाड़ियों का पदार्पण भी उनकी कप्तानी के दौरान हुआ। गांगुली भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तानों में गिने जाते हैं। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 2002 में मशहूर नेटवेस्ट ट्रॉफी जीती थी और 2003 के वर्ल्ड कप में फाइनल तक का सफर तय किया था। वो भारत के सबसे सफल बाएं हाथ के बल्लेबाजों में से एक हैं।
सौरव गांगुली ने भारतीय टीम के लिए 311 मैचों में 41.02 की शानदार औसत से 11363 रन बनाए, जिसमें 22 शतक और 72 अर्धशतक शामिल हैं। गांगुली ने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर भारतीय क्रिकेट टीम को एक मजबूत ओपनिंग जोड़ी दी जिसने भारतीय टीम को कई मैच जिताये। निश्चित ही सौरव गांगुली ने अपने शानदार प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट टीम के एकदिवसीय रुतबे को मजबूत करने में मदद की है।
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#3 राहुल द्रविड़
भारतीय टीम की दीवार के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने अपना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पदार्पण 1996 में किया था। उन्होंने भारतीय टीम की तरफ से 344 मैचों में 39.16 की औसत से 10889 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 83 अर्धशतक शामिल हैं। राहुल द्रविड़ भी काफी समय तक भारतीय एकदिवसीय टीम के कप्तान रहे हैं और भारतीय टीम को कई महत्वपूर्ण मैच जिताये। राहुल द्रविड़ नेे भारतीय क्रिकेट टीम के एकदिवसीय रूतबे को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
वैसे तो राहुल द्रविड़ को टेस्ट क्रिकेट में योगदान के लिए जाना जाता है, लेकिन उन्होंने भारतीय एकदिवसीय टीम के लिए भी अमूल्य योगदान दिया जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। आज भारतीय टीम दुनिया की मजबूत एकदिवसीय टीमों में से एक है जो इनके योगदान के बिना कभी नहीं हो सकता था।
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