किसी भी खेल में विश्व खिताब को जीतना काफी मुश्किल रहता है। इसके लिए हर टीम को अपना 100 फीसदी देना होता है। इस 100 फीसदी में कौशल, योजना और जबर्दस्त तैयारी की आवश्यकता होती है। वहीं क्रिकेट के खेल में भी इनकी जरूरत होती है। क्रिकेट के खेल में विश्व खिताब के तौर पर हर दो साल में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और हर चार साल में आईसीसी विश्व कप (50-50 ओवर) का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही टी20 क्रिकेट आ जाने के बाद से आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप का भी आयोजन किया जाता है। साल 2000 से नई सदी का आगमन हुआ और अब तक दुनिया में 17 आईसीसी कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इनमें चार आईसीसी विश्व कप, 7 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और 6 आईसीसी टी20 खेले जा चुके हैं। इन टूर्नामेंट में कुछ टीमों ने स्थिरता और विश्वसनीयता पैदा की और हर टूर्नामेंट में अपना शानदार खेल दिखाया। ऐसे में जब विश्व कप 2019 कुछ ही महीने दूर है तो जान लेते हैं उन टीमों के बारे में जिन्होंने साल 2000 के बाद से सबसे ज्यादा आईसीसी खिताब को जीतने में कामयाबी हासिल की है।
#1 ऑस्ट्रेलिया (5)
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप- 3, 2003, 2007, 2015 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी -2, 2006, 2009 आईसीसी विश्व टी20 - 0 क्रिकेट जगत में ऑस्ट्रेलिया शानदार टीमों में से एक मानी जाती है। साल 2000 के बाद से ऑस्ट्रेलिया ऐसी टीम है जिसने सबसे ज्यादा आईसीसी खिताब अपने नाम किए हैं। साल 2000 के बाद से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पांच आईसीसी खिताब को अपने नाम किया है। इन खिताब में तीन आईसीसी विश्व कप और दो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी शामिल हैं। इस क्रम में ऑस्ट्रेलिया ने साल 2000 के बाद पहली बार साल 2003 में विश्व कप के खिताब को अपने नाम किया था। रिकी पोंटिंग की कप्तनी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 125 रनों से भारत को मात देते हुए खिताब पर कब्जा जमा लिया था। वहीं अगला विश्व कप खिताब साल 2007 में हुआ, जिसमें भी ऑस्ट्रेलिया ने रिकी पोंटिंग की कप्तानी में जीत हासिल की। इस बार ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को 53 रनों से डकवर्थ लुइस नियम से हरा दिया था और खिताब को अपने नाम कर लिया था। साल 2011 के विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया भारत से हारकर बाहर हो गया था लेकिन साल 2015 के विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से उभरकर सामने आया और फिर विश्व कप के खिताब को अपने नाम कर लिया। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने साल 2006 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब को अपने नाम किया। इसके फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को मात दी थी। वहीं साल 2009 में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को शिकस्त देकर एक बार फिर इसी खिताब को अपने नाम कर लिया। हालांकि ऑस्ट्रेलिया अभी तक आईसीसी टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम नहीं कर पाया है।
# 2 भारत (3.5)
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप - 1, 2011 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी- 1.5, संयुक्त विजेता 2002, चैंपियंस 2013 आईसीसी विश्व टी 20- 1, 2007 मैच फिक्सिंग विवाद के बाद भारतीय क्रिकेट में काफी सख्ती आ गई थी और टीम की कमान सौरव गांगुल को सौंप दी गई थी। साल 2000 के बाद गांगुली के पास प्रतिभाओं की भरमार थी। उनकी टीम में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले जैसे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद थे तो वहीं वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, मोहम्मद कैफ, हरभजन सिंह, जहीर खान, आशीष नेहरा और एमएस धोनी जैसे नए खिलाड़ी शामिल थे। साल 2002 में भारतीय क्रिकेट टीम को संयुक्त रूप से नेटवेस्ट ट्रॉफी श्रीलंका के साथ साझा करनी पड़ी क्योंकि फाइनल मुकाबला बारिश के कारण रद्द हो गया था। इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2007 में आईसीसी टी20 विश्व कप के पहले संस्करण में ही अपने नाम का डंका बजा दिया। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर शानदार खेल दिखाते हुए खिताब पर कब्जा जमा लिया। इसके बाद भारत की सफलता का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ जो कि आज तक चला आ रहा है। साल 2011 में भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ही 28 साल बाद विश्व कप की खिताबी भिंड़त में श्रीलंका को मात देते हुए ट्रॉफी अपने नाम की। सचिन तेंदुलकर के करियर की यह पहली विश्व कप फाइनल जीत थी। इसके बाद भारत ने साल 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को भी अपने नाम कर लिया। इसके साथ ही धोनी ऐसे पहले कप्तान भी बने जिन्होंने तीन अलग-अलग आईसीसी खिताब के लिए टीम की कप्तानी की और जीत दिलाई।
#3 वेस्टइंडीज़ (3)
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप- 0 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी- 1, 2004 आईसीसी विश्व टी20- 2, 2012, 2016 साल 2000 से नई सदी की शुरुआत के बाद 2004 में वेस्टइंडीज की टीम ने ब्रायन लारा के नेतृत्व शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के साथ ही टीम ने 2004 में आईसीसी की ट्रॉफी अपने नाम की। इसके बाद टी20 प्रारूप का विश्व कप शुरू हुआ। टी20 क्रिकेट के लिहाज से वेस्टइंडीज ने कई शानदार खिलाड़ियों को मौका दिया है जो मैदान पर आतिशी बल्लेबाजी करने में माहिर हैं और साथ ही वेस्टइंडीज में उन खिलाडियों की भरमार है जो गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखा सकते हैं। इसी के चलते आज वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की दुनियाभर की टी20 लीग में काफी मांग बढ़ गई है। अपनी इसी खूब के चलते वेस्टइंडीज की टीम ने दो बार टी20 विश्व कप खिताब भी अपने नाम किया है। वेस्टइंडीज की टीम ने साल 2012 में अपने देश के लिए पहली बार टी20 विश्व कप का खिताबी मुकाबला जीता था। साल 2012 के टी20 फाइनल में मार्लन सैमुअल्स ने शानदार बल्लेबाजी को अंजाम दिया था। इस मुकाबले में उन्होंने 56 गेंदों का सामना करते हुए 78 रन बनाकर फाइनल में श्रीलंका की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। इसमें सैमुअल्स के जरिए आखिरी ओवर में लगातार चार गेंदों पर चार छक्के भी शामिल थे। उस वक्त वेस्टइंडीज को जीत के लिए 19 रनों की दरकार थी। इसके बाद साल 2016 में भी वेस्टइंडीज की टीम ने टी20 विश्व कप के फाइनल में जीत हासिल करते हुए दूसरी बार इस खिताब को जीता था। लेखक: यश मित्तल अनुवादक: हिमांशु कोठारी