भारतीय क्रिकेट के 4 दिल तोड़ने वाले पल जो सौरव गांगुली की कप्तानी में आये

# 3 भारत बनाम न्यूजीलैंड, आईसीसी नॉकआउट फाइनल, 2000

गांगुली की कप्तानी में आईसीसी नॉकआउट पहला प्रमुख टूर्नामेंट था। इस टूर्नामेंट में भारत को भविष्य के दो सितारे युवराज सिंह और जहीर मिले। दोनों ने टूर्नामेंट के दौरान अहम योगदान किये और भारत ने विश्व चैंपियंस ऑस्ट्रेलिया मजबूत दक्षिण अफ़्रीकी टीम को हरा फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले। गांगुली ने सेमीफाइनल और साथ ही साथ फाइनल मुकाबले में आगे बढ़ते हुए टीम का नेतृव करते हुए शतक लगाया, जिससे भारत ने 50 ओवरों में 6-264 रन बनाये। बल्लेबाजी की तरह ही, भारत ने गेंदबाजी की शुरुआत भी अच्छी की और वेंकटेश प्रसाद (3-27) ने स्पियरमैन (3) और कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग (5) को आउट करके अच्छी शुरुआत दी, जिससे किवी टीम एक समय 2-37 पर संघर्ष करती नज़र आई। चीजें किवी टीम के लिए हालात और खराब हो गए जब अनिल कुंबले (2-55) और तेंदुलकर (1-38) ने ट्वोज (31) और मैकमिलन (15) को आउट कर दिया और न्यूजीलैंड 132 पर 5 विकेट गवा संघर्ष करता नज़र आया। लेकिन, क्रिस केर्न्स ने कुछ और ही सोच रखा था। इस ऑलराउंडर पहले ही 10 ओवरों में 0-40 के किफायिती गेंदबाज़ी आंकड़ों के साथ एक छाप छोड़ी थी और उसके बाद अपनी पारी को बखूबी रफ़्तार प्रदान की। केर्न्स ने नाटकीय अंदाज़ में भारत के हाथों से मैच निकाल लिया और अपनी 113 गेंद पर 102 रन की बेहतरीन पारी के दम पर न्यूजीलैंड को 5 विकेट से मैच जिताकर खिताब जीतवाया।

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