3- वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई
वानखेडे स्टेडियम को हमेशा ही इंडिया के बड़े स्टेडियम में गिना जाता है, लेकिन इसकी अहमियत तब और बढ़ गई, जब 2011 में इंडिया ने दूसरी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम करा था। इसके अलावा भी वानखेडे स्टेडियम कई यादगार पलों का गवाह बना है। सचिन तेंदुलकर के आखिरी टेस्ट मैच के दौरान क्राउड का सचिन-सचिन चिल्लाना, निश्चित ही सचिन के करियर को दर्शाता है।
जब भी भारतीय टीम वानखेडे स्टेडियम में खेलती है, तब यह बात मायने नहीं रखती की फॉर्मेट कौनसा है, क्राउड़ अपना समर्थन देने मैदान में जरूर आते हैं। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में इंडिया का पूरा समर्थन किया, इसके अलावा फैंस ने श्रीलंकन टीम को भी पूरा सम्मान दिया। आईपीएल में भी यहाँ क्राउड़ की कोई कमी नहीं होती और यह चीज मुंबई इंडियंस को काफी आगे ले जाती है। वानखेडे स्टेडियम एक ऐसा मैदान है, जहां एक न एक बार हर किसी को जरूर जाना चाहिए।