#2 माइकल क्लार्क- 6/9,ऑस्ट्रेलिया के लिए बनाम भारत, मुंबई 2004
अपनी बल्लेबाजी विविधिताओं के लिए जाने जाने वाले पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को इस सूची में देखना आश्चर्यजनक जरूर है। उन्होंने 115 टेस्ट, 245 वनडे और 34 टी-20 में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया। उनकी बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमताओं के अलावा क्लार्क कंगारुओं के लिए एक उपयोगी बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स गेंदबाज रहे हैं। क्लार्क जब अपने करियर का चौथा टेस्ट खेल रहे थे, उन्होंने एक मैच पलटने वाली गेंदबाज़ी करते हुए 2004 में आयोजित श्रृंखला के चौथे और अंतिम टेस्ट में शक्तिशाली भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप को पूरी तरह से तहस नहस करते हुए नौ रन (टेस्ट में उनके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के आंकड़े) पर छह विकेट निकाल लिए। उनकी गेंदबाजी प्रयासों के कारण ऑस्ट्रेलिया भारत को 205 तक सीमित कर सका। अपने करियर के दौरान चोट लगने का मतलब था कि क्लार्क को अपनी गेंदबाजी छोड़नी पड़ी और टीम में उनका योगदान उनकी बल्लेबाजी और चुस्त क्षेत्ररक्षण कौशल के माध्यम से ही सामने आ सका था। लेकिन इस गेंदबाजों की सूची में एक बल्लेबाज का जगह बनाना बेहद सराहनीय है।