ऐसी 4 टीम जिनके नाम हैं एक कैलेंडर वर्ष के सभी फ़ॉर्मेट में सबसे ज़्यादा जीत का रिकॉर्ड

PAK 2011

क्रिकेट एक अनोखा खेल है इसमें एक खिलाड़ी के प्रदर्शन की बदौलत भी मैच का रुख़ बदला जा सकता है। हांलाकि हर टीम में बढ़ियां खिलाड़ी मौजूद होते हैं लेकिन एक बेहतरीन टीम ही लगातार बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। क्रिकेट के इतिहास की अगर बात करें तो 1980 के दशक में वेस्टइंडीज़ की टीम और पिछले दशक में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है और विपक्षी टीम पर अपना दबदबा क़ायम किया है। इन दोनों टीम ने अपने दौर में क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था और उसके बाद लगातर क्रिकेट की दुनिया में अपना ख़ौफ़ बनाया था। हर टीम दुआ करती थी कि इन दोनों टीम के ख़िलाफ़ उनका प्रदर्शन अच्छा रहे। कुछ टीम ऐसी हैं जिसने एक कैलेंडर वर्ष में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यहां हम उन टीम के बारे में बता रहे हैं जिसने एक साल में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में सबसे ज़्यादा जीत हासिल की है।

#4 पाकिस्तान (2011)

पाकिस्तान की क्रिकेट टीम का इतिहास काफ़ी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। जब ये टीम अपने पूरे रंग में रहती है तो वो किसी भी टीम पर भारी पड़ सकती है। यही वजह रही कि साल 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर पाक टीम ने अपनी बादशाहत क़ायम की थी। अगर पाकिस्तान की टीम के लिए सबसे अच्छे साल की बात करें तो वो था साल 2011 था जब इस टीम ने 47 मैच खेले थे और 34 मैच में जीत हासिल की थी। यही वजह है कि इस लिस्ट में उनकी जगह चौथी है। पाकिस्तान का साल 2011 में हार और जीत का अनुपात 3.78 रहा था। इस साल पाक टीम ने 10 में से 6 टेस्ट, 32 में से 24 वनडे और 5 में से 4 टी-20 मैच जीता था। इस दौरान टीम के कप्तान मिस्बा-उल-हक़ थे और आज उन्हें पाकिस्तान के सबसे कामयाब कप्तानों में गिना जाता है।

#3 ऑस्ट्रेलिया (1999)

AUS 1999

पिछले दशक में ऑस्ट्रेलिया ने पूरे क्रिकेट की दुनिया पर अपना दबदबा क़ायम किया था अगर जीत की बात करें तो साल 1999 इस टीम के लिए एक बेहतरीन साल था। इस टीम की कप्तानी महान क्रिकेटर स्टीव वॉ ने की थी और इसी साल कंगारू टीम को क्रिकेट वर्ल्ड कप भी जिताया था। इस टीम की गेंदबाज़ी लाइन-अप ख़तरनाक थी जिसमें ग्लेन मैक्ग्रा, शेन वॉर्न और डेमियन फ़्लेमिंग जैसे धाकड़ गेंदबाज़ थे। अगर बल्लेबाज़ों की बात करें तो टॉप ऑर्डर में एडम गिलक्रिस्ट थे और मध्य क्रम में रिकी पॉन्टिंग, स्टीव वॉ और माइकल बेवन शामिल थे। ये बल्लेबाज़ किसी भी तरह की बॉलिंग अटैक को खेलने में माहिर थे। अगर आंकड़े की बात करें तो साल 1999 में कंगारू टीम ने 51 में से 35 मैच में जीत हासिल की थी। इस टीम ने 37 वनडे में 26 और 14 टेस्ट मैच में से 9 में जीत दर्ज की थी।

#2 भारत (2017)

IND 2017

साल 2017 टीम इंडिया के लिए सबसे कामयाब साल रहा है जिसकी कप्तानी विराट कोहली ने की है। इस साल की शुरुआत घरेलू सीरीज़ से हुई थी। भारतीय टीम ने अपने घर में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे और टी-20 सीरीज़ जीती थी। इसके अलावा विराट कोहली की टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी दोबारा हासिल कर ली थी। इसके बाद वेस्टइंडीज़ और श्रीलंका के ख़िलाफ़ एक के बाद एक सीरीज़ में अपना परचम लहराया था। टीम इंडिया के लिए परेशान करने वाली बात ये रही कि इसने कोई भी बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीता। चैंपियंस ट्रॉफी के फ़ाइनल में टीम इंडिया को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हार का सामना करना पड़ा था। साल 2017 में टीम इंडिया ने 53 में से 37 मैच में जीत दर्ज की है। भारत ने 11 में से 7 टेस्ट, 29 में से 21 वनडे और 13 में से 9 टी-20 मैच जीते हैं। उम्मीद है कि साल 2018 में जब भारतीय टीम एक के बाद एक विदेशी दौरे पर जाएगी तो भी उसका प्रदर्शन शानदार रहेगा।

#1 ऑस्ट्रेलिया (2003)

AUS 2003

ऑस्ट्रेलियाई टीम की क़ामयाबी किसी से छिपी हुई नहीं है, यही वजह है कि इस टीम ने इस लिस्ट में 2 बार जगह बनाई है। साल 2003 में कंगारुओं ने एक ऐसी टीम तैयार कर ली थी जिसे हरा पाना बेहद मुश्किल था। हांलाकि कुछ पुराने खिलाड़ी अब भी मौजूद थे, लेकिन नए सदस्यों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा ली थी। इस दौर में विस्फोटक बल्लेबाज़ एंड्र्यू साइमंड्स और तेज़ गेंदबाज़ ब्रेट ली का उदय हो चुका था। साल 2003 के क्रिकेट वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में कंगारू टीम ने भारत को बुरी तरह शिक़स्त दी थी। इस साल रिकी पॉन्टिंग की टीम ने लगातार 21 वनडे मैच जीते थे जो आज भी एक विश्व रिकॉर्ड है। कंगारू टीम ने साल 2003 में 47 मैच खेले थे जिसमें 38 में जीत दर्ज की थी। इस टीम की हार और जीत का अनुपात 4.75 था। ऑस्ट्रेलिया ने 35 में से 30 वनडे 12 टेस्ट में 8 मैच जीते थे। लेखक- प्रियम सैकिया अनुवादक – शारिक़ुल होदा

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