आईपीएल इतिहास के अब तक के 4 अजीबो ग़रीब रिकॉर्ड्स

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इंडियन प्रीमियर लीग जल्द ही अपने द्वितीय दशक में प्रवेश करने जा रहा है। पहले दस वर्षों में क्रिकेट के खेल में बड़ा बदलाव आया है। पिछले कुछ वर्षों में बल्लेबाज़ी और गेंद दोनों के साथ शानदार प्रदर्शन किये गये है। अविश्वसनीय रिकॉर्ड की एक विशाल श्रृंखला बनाई गई और बाद में इन्हें तोड़ा भी गया है। ऐसे भी कुछ रिकॉर्ड हैं जो खिलाड़ियों द्वारा बनाए गये हैं लेकिन लगता है कि उन रिकॉर्ड्स को तोड़ पाना बेहद मुश्किल है। आइए हम इनमें से कुछ अजीबो ग़रीब रिकॉर्ड्स पर डालते हैं एक नज़र:

#4 सीज़न में सबसे ज़्यादा हैट्रिक

अब तक दस आईपीएल सत्रों में सिर्फ 17 हैट्रिक आयी हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है, क्योंकि हैट्रिक लेना स्वाभाविक रूप से कठिन हैं। यह 17 हैट्रिक 14 खिलाड़ियों द्वारा ली गई हैं। इन चौदह में से बारह ने केवल एक बार हैट्रिक अपने नाम ली है। केवल दो खिलाड़ियो को एक से अधिक अवसरों पर लगातार तीन गेंदों में तीन विकेट प्राप्त हुए हैं। अमित मिश्रा ने एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन बार हैट्रिक ली है, यह उपलब्धि कोई अन्य खिलाड़ी हासिल नहीं कर पाया है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि अमित मिश्रा इस उपलब्धि के साथ आईपीएल का दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ भी हैं। अन्य गेंदबाज जिन्होंने कई हैट्रिक ले ली हैं, वह हैरान कर देने वाला है क्योंकि मुख्यतः वह पारंपरिक रूप से एक बल्लेबाज़ रहे हैं और वह हैं युवराज सिंह। 2009 में जब वह किंग्स-XI पंजाब के लिए खेले थे तब उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से उथप्पा, कैलिस और बाउचर को पवेलियन भेजा, वह हैट्रिक लेने वाले चौथे खिलाड़ी थे। इतना ही नहीं युवराज ने सबको तब और भी चौंका दिया जब उन्होंने डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ उसी सीजन में अपनी दूसरी हैट्रिक निकाल डाली। उन्होंने गिब्स, साइमंड्स और वेणुगोपाल राव को लगातार तीन गेंदो में आउट किया और आईपीएल के इतिहास में एक के बाद एक दो हैट्रिक हासिल करने वाले पहले गेंदबाज थे। युवराज सिंह अब भी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक ही सीजन में दो बार हैट्रिक ली है। एक ही सीजन में एक ही गेंदबाज के लिए दो बार हैट्रिक लेना कितना मुश्किल है, यह ध्यान में रखते हुए नजदीकी भविष्य में ऐसा होना मुमकिन नहीं लगता।

#3 सबसे अधिक डॉट्स और मेडन ओवर

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खेल का सबसे छोटा प्रारूप गेंदबाजों के लिए इम्तिहान है। प्रत्येक पारी के साथ सिर्फ 20 ओवर तक चलने वाले इस बल्लेबाजों के खेल में गेंदबाजों के लिए अपनी जगह बनाना बेहद मुश्किल होता है। छोटे प्रारूप में डॉट गेंदों का आना बेहद मुश्किल होता है और साथ में मेडन ओवर आना दुर्लभ होता है। पिछले एक दशक के दौरान, कई गेंदबाज़ हैं जिन्होंने आईपीएल में बरसते हुए रनों के बीच अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर अपना नाम कमाया है। आईपीएल में होने वाले सबसे प्रशंसनीय खिताब 'सबसे ज्यादा डॉट गेंद' या 'सबसे अधिक मेडन ओवर बोल्ड' को अपने नाम करना है। लसिथ मलिंगा, डेल स्टेन, अमित मिश्रा, सुनील नारेन, रविचंद्रन अश्विन और हरभजन सिंह आईपीएल के इतिहास में सबसे सफल गेंदबाजों में शामिल हैं, और हर कोई इस रिकॉर्ड को आईपीएल के दिग्गजों के नाम होने की उम्मीद कर सकता है। लेकिन, ये दोनों रिकॉर्ड अविश्वसनीय रूप से एक ही आदमी के हैं और अधिकांश के लिए झटका लग सकता हैं क्योंकि वे दोनों रिकॉर्ड पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार के हैं। 119 पारियों में प्रवीण कुमार 1075 डॉट बॉल और 14 मेडन ओवर के साथ शीर्ष पर बने हुए हैं। हालांकि, डॉट गेंद के लिए उनका रिकॉर्ड आगामी सीज़न में तोड़ा जा सकता है, लेकिन मेडन ओवरों के लिए उनका रिकॉर्ड कुछ और समय तक टिक सकता है। आपको बताते चले कि प्रवीण कुमार जो 2014 की निलामी में नहीं बिके थे उसके बावजूद उनके नाम यह रिकॉर्ड मौजूद हैं।

#2 सबसे कम कुल स्कोर

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आईपीएल के इतिहास में पहले मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 140 रनों की हार से हराया। रनों के लिहाज़ से आईपीएल की शीर्ष पांच सबसे बड़ी जीत में से ये आज भी क़ायम है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को अपने घरेलू स्टेडियम में सिर्फ 82 रनों पर ऑलआउट होना पड़ा था। हालांकि उसके बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने कई गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त किया है। चिन्नास्वामी देश में सबसे फ्लैट ट्रैक में से एक होने के लिए प्रसिद्ध माना जाता है और 200+ स्कोर बनना बैंगलोर प्रशंसकों के लिए एक आम दृश्य बन गया है। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि आईपीएल के इतिहास में एक पारी में से पांच में से तीन शीर्ष स्कोर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हैं। 2017 में बैंगलोर लीग में सबसे मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप में से एक थी जिसमें क्रिस गेल, विराट कोहली, एबी डीविलियर्स, शेन वॉट्सन और केदार जाधव जैसे खिलाड़ी शामिल थे। लेकिन यह चौंकाने वाला है कि इस महान बल्लेबाजी लाइनअप के नाम आईपीएल के इतिहास में सबसे कम कुल स्कोर का रिकॉर्ड है। बैंगलोर की टीम को इडन गार्डन्स में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ 132 के कुल स्कोर का पीछा करना था। एक अविश्वसनीय रूप से प्रदर्शन करते हुए रॉयल चैलेंजर्स की पूरी टीम 49 रनों पर ही आउट हो गयी। 11में से कोई भी बल्लेबाज दो अंकों वाले आंकड़े तक पहुंचने में सफल नहीं रहा। आईपीएल में कभी उच्चतम स्कोर दर्ज करने के चार साल बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को सबसे कम स्कोर के साथ अप्रत्याशित ढंग से मुंह की खानी पड़ी।

#1 सबसे तेज़ अर्धशतक

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आईपीएल ने कुछ वास्तव में असाधारण पारियों को देखा है। फिर चाहे पुणे वॉरियर्स के खिलाफ क्रिस गेल की 175 रनों की शानदार पारी हो या आईपीएल इतिहास के पहले मैच में ब्रेडन मैकुलम की 158 रनों की विस्फोटक पारी। विराट कोहली, एबी डीविलियर्स, रोहित शर्मा, एमएस धोनी और डेविड वॉर्नर सहित अन्य आधुनिक महान खिलाड़ियों ने कुछ ताबड़तोड़ प्रदर्शन कर दर्शका का खूब मनोरंजन किया। कुल 19 उदाहरण हैं जिनमें अर्धशतक 20 से कम या उसके बराबर गेंद पर बनाये गये हैं। 250 से अधिक की स्ट्राइक रेट पर स्कोर करने का मतलब है कि हर दूसरी गेंद सीमा रेखा के पार गयी हो। तेज अर्धशतक की सूची में गेल, वॉर्नर, धोनी, गिलक्रिस्ट और रैना जैसे परिचित नाम शामिल हैं। यूसुफ पठान उन दो क्रिकेटरों में से हैं, जिन्होंने सनराइज़र्स हैदराबाद के खिलाफ 2014 में 15 गेंद में जड़े अर्धशतक के साथ इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया था। बल्लेबाजी की उनकी निडर शैली को देखते हुए, यह बहुत आश्चर्यचकित करने वाला नहीं थी। हालांकि, जो व्यक्ति सूची में सबसे ऊपर हैं उनके बारें में अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। आईपीएल के 2017 संस्करण में, सुनील नारेन ने सभी को चौंका दिया जब उन्होंने यूसुफ के आईपीएल में सबसे तेज अर्धशतक के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। नारेन ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर दिया क्योंकि उन्होंने 6 चौके और 4 छक्के लगाकर सिर्फ 17 गेंदों में 54 रन बना डाले। नारेन ने अपने देशवासी और साथी स्पिनर सैमुएल बद्री का सामना करते हुए पहली चार गेंदों में तीन विशाल छक्के और एक चौके लगाए थे। नारेन आईपीएल के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक हैं, जिन्होंने 6.32 की शानदार इकॉमनी रेट के साथ 95 विकेट लिए हैं। 2017 सीजन से पहले किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे तेज आईपीएल अर्धशतक का रिकॉर्ड की कल्पना करना असंभव सा रहा होगा। आखिरकार, 2012 से 2016 तक नारायण ने अपने नाम के साथ 47 रन जोड़े थे। आने वाले सीज़न में उन्हें अपनी टीम के लिए बल्लेबाजी का मौका जरूर दिया जायेगा जिसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा। इस स्पिनर ने 170 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट पर 224 रनों की पारी खेली थी। रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ लगाया गया अर्धशतक आईपीएल में उनका एक अर्धशतक है और यह निश्चित रूप से याद रखा जायेगा। लेखक- विष्णु राजेश अनुवादक- सौम्या तिवारी

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