टेस्ट क्रिकेट में जिस टीम के पास बेहतरीन ऑलराउंडर होता है। वह टीम सौभाग्यशाली होती है। जिससे उसे गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी में मदद मिलती है। वेस्टइंडीज ने विश्व क्रिकेट को बेहतरीन बल्लेबाज़ और तेज गेंदबाज़ दिए हैं। लेकिन सर गैरी सोबर्स जैसा महान ऑलराउंडर भी दिया है। जिन्होंने लम्बे समय तक क्रिकेट की सेवा की। आज इस लेख में हम ऐसे 5 बेहतरीन टेस्ट ऑलराउंडर के बारे में आपको बता रहे हैं, जिनका ताल्लुक वेस्टइंडीज से है। लारी कांस्टेनटाइन 23 जून 1928 में लारी ने लॉर्ड्स के ऐतिहासिक क्रिकेट मैदान पर अपना डेब्यू किया था। इसी मैच में उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए अपना पहला विकेट भी लिया था। कांस्टेनटाइन का बल्लेबाज़ी करने का तरीका बेहद ही अलग था। लोगों को उनके नेचुरल ड्राइव, रेफ्लेक्सेस, कट, पुल और हुक बहुत ही पसंद आते थे। आरसी राबर्टसन-ग्लासगो ने लारी को अपने समय का सबसे बेहतरीन रोमांचक खिलाड़ी बताया था। वेस्टइंडीज के खिलाड़ी वैसे ही आक्रामक होते हैं। ऐसे में लारी की तेज तर्रार गेंदे हर तरह के फॉर्मेट में बल्लेबाजों पर भारी पड़ती थीं। लारी ने 18 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें 33 पारियों में उन्होंने 635 रन बनाये थे। जिसमें 4 पचासे थे। साथ ही उन्होंने 29 पारियों में 58 विकेट लिए थे। उनका औसत 30 के करीब था। इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में 1939 में उन्होंने 75 रन देकर 5 लिए थे। वह अपने समय के बेहतरीन फील्डर भी थे। गैरी गोमेज़ गैरी गोमेज़ बेहतरीन ऑलराउंडर थे, जिन्होंने गेंद और बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया। आज भी लोग जमैका में खेली गयी उनकी 161 रन की पारी को याद करते हैं। 1939 में वह इंग्लैंड के दौरे पर गये थे। तब वह बिलकुल किशोर थे। भारत के खिलाफ 1948-49 में उन्होंने दिल्ली में 101 रन की पारी खेली थी। 1951-52 में उन्होंने 324 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा उन्होंने 18 विकेट भी लिए थे। सिडनी में उन्होंने 55 रन देकर 7 विकेट लिए थे। 1939 और 1954 के दरम्यान उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 29 टेस्ट मैच खेले थे। जिसमें उनके नाम 58 विकेट और 1243 रन दर्ज हैं। 1947/48 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच में विंडीज की कप्तानी भी की थी। इसके अलावा उनके नाम एक शतक और 8 अर्द्धशतक शतक भी दर्ज हैं। कोली स्मिथ कोली स्मिथ एक मात्र ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने अपने पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ शतक ठोंका था। कोली ने जमैका के लिए 1954/55 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रन की पारी खेली थी। उसके बाद उन्हें टेस्ट मैचों के लिए टीम में चुना गया था। जिसमे इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में 161 और सीरिज के तीसरे मैच में 168 रन की पारी खेली थी। 1957/58 में उन्होंने 47 के औसत से 283 रन बनाये थे। साथ ही 38 के औसत से पाकिस्तान के खिलाफ 13 विकेट भी लिए थे। उसके बाद 1958/59 में भारत के साथ हुई सीरिज में स्मिथ ने 35 के औसत से 287 रन और 29 के औसत से 9 विकेट लिए थे। दिल्ली टेस्ट में उन्होंने 100 रन की पारी खेली और 94 रन देकर 3 और 90 रन देकर 5 विकेट भी लिए थे। 26 टेस्ट मैचों में स्मिथ ने 31 के औसत से 1331 रन बनाये जिसमें चार शतक और 6 अर्धशतक बनाये थे। इसके अलावा उन्होंने 33 के औसत से 48 विकेट भी लिए थे। 1959 में 26 वर्ष की उम्र में स्मिथ की मौत एक रोड एक्सीडेंट में हो गयी थी। कार्ल हूपर जैक्स कालिस के बाद कार्ल हूपर ही ऐसे ऑलराउंडर हैं, जिनके नाम 100 विकेट, 100 कैच और 5000 से ज्यादा रन दर्ज हैं। हूपर का करियर एक दशक से भी लम्बा चला था। जहाँ उन्होंने दस हजार से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय रन और 300 से ज्यादा विकेट दर्ज हैं। अपने दूसरे टेस्ट में ही उन्होंने भारत के खिलाफ ईडन गार्डन में शतक ठोंक दिया था। हूपर को बल्लेबाज़ी करते देखना दर्शकों को खूब पसंद था, क्योंकि वह अंतिम क्षणों में गेंद को दिशा देते थे। जो दर्शकों को काफी पसंद था। वह ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी भी करते थे। हालाँकि उन्होंने बहुत देरी से 100 विकेट लिए थे। साल 2001 में वह टीम में बतौर कप्तान शामिल हुए थे। जिसके बाद वर्ल्डकप 2003 में भी टीम के कप्तान रहे। बतौर कप्तान उनका बल्लेबाज़ी औसत 50 से ज्यादा का रहा था। स्टीव वा और शेन वार्न ने भी हूपर की तारीफ की थी। हूपर के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है, उन्होंने 18 काउंटी टीमों के खिलाफ शतक ठोंके थे। कार्ल हूपर का टेस्ट में 36 का औसत था। जहाँ उन्होंने 102 टेस्ट मैचों में 5762 रन बनाये थे। जिसमें उनका उच्च स्कोर 233 था। जो उन्होंने 2002 में भारत के खिलाफ जार्जटाउन में बनाया था। टेस्ट में उनके नाम 114 विकेट भी दर्ज हैं। सर गैरी सोबर्स इस दिग्गज के बारे में जो भी कहेंगे वह कम है। ऑलराउंडर की श्रेणी में वह अब तक के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। गैरी ने बल्ले से क्लास को दिखाया। सोबर्स ने प्रथम श्रेणी में बारबाडोस की तरफ से 1953 में डेब्यू किया था। इसी साल उन्होंने टेस्ट में वेस्टइंडीज के लिए खेलना शुरू किया था। डोनाल्ड ब्रेडमैन ने सोबर्स को दुनिया के 5 बेहतरीन क्रिकेटर में से एक बताया था। पाकिस्तान के खिलाफ 1957 में सोबर्स ने 365 रन की पारी खेलकर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया था। जिसे बाद में लारा ने तोड़ा था। इसके अलावा वह बेहतरीन गेंदबाज़ भी थे। मध्यम गति से गेंद फेंकने वाले सर सोबर्स बाद में बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ बन गये थे। उनके नाम 235 विकेट भी दर्ज हैं। 93 टेस्ट मैचों में उनके नाम 8032 रन दर्ज हैं। जिसमें 26 शतक और 30 अर्द्धशतक भी दर्ज हैं। 1965 से 1972 तक वह वेस्टइंडीज के कप्तान भी थे।