एशेज: इन 5 बल्लेबाजों का प्रदर्शन बीते दशक में रहा यादगार

टेस्ट क्रिकेट में एशेज सीरीज सबसे लोकप्रिय सीरीज है। हर क्रिकेटप्रेमी को इस सीरीज का बेसब्री से इंतजार रहता है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच अबतक 69 एशेज श्रृंखला हो चुकी है। जिसका स्कोरकार्ड 32-32-5 रहा है। इसलिए हर बार एशेज में दोनों टीमों का एक दूसरे के खिलाफ बहुत कुछ दांव पर होता है।

साल 2005 में यादगार एशेज श्रृंखला के बाद ऑस्ट्रेलिया ज्यादातर मौकों पर इंग्लैंड पर हावी रही है। हालांकि आखिरी बार इंग्लैंड का पलड़ा भारी रहा था। इसके बावजूद भी बीते एक दशक में एशेज सीरीज दिलचस्प रही है।

बीते एक दशक(2006 से 2015) में 6 एशेज श्रृंखला हुई है, जिनमें कई बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाया है, हम इस लेख में ऐसे ही 5 बल्लेबाजों की यादगार पारियों के बारे में बता रहे हैं:

सम्मानित उल्लेख

-एलिस्टर कुक ने ब्रिसबेन 2010 में 235 रन नाबाद बनाए थे। जिसकी मदद से ऐतिहासिक टेस्ट मैच को इंग्लैंड ने बचाया था। यही नहीं इंग्लैंड ने 15 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की धरती पर एशेज सीरीज जीती थी।

- एश्टन एगर ने साल 2013 में अपने डेब्यू मैच में 98 रन नाबाद बनाए थे। 11वें क्रम के बल्लेबाज ने टीम को 117-9 से 280 रन तक पहुंचाया था। ऑस्ट्रेलिया उनकी इस पारी से 65 रन की बढ़त मिली थी।

जोए रूट- 134, कार्डिफ 2015

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साल 2015 की सीरीज के पहले टेस्ट में मिचेल जॉनसन की शानदार गेंदबाज़ी के चलते इंग्लैंड के 43-3 विकेट गिर चुके थे। लेकिन मैदान पर जोए रूट मौजूद थे। उन्हें गैरी बैलेंस और स्टोक्स का अच्छा साथ भी और इंग्लैंड कि टीम ने मैच में वापसी कर ली।

रूट ने 166 गेंदों में 134 रन की शानदार पारी खेली हालांकि इस दौरान उन्हें ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों स्टार्क, हेजलवुड और जॉनसन का सामना करना पड़ा। इस पारी की बदौलत इंग्लैंड ने 169 रन से इस टेस्ट में जीत हासिल की और रूट को मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब मिला।

इयान बेल - 109, नॉटिंघम 2013

टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक बनाना किसी स्वर्णिम सफलता से कम नहीं है। साथ ही अगर टीम 14 रन से जीत जाती है, तो उसकी अहमियत और बढ़ जाती है। इयान बेल ने साल 2013 के एशेज सीरीज में इंग्लैंड की पारी को अपने कन्धों पर आगे लेकर गये। 56 रन पर 3 विकेट गिरने के बाद कप्तान कुक भी चलते बने। जिसके बाद इयान बेल ने एक शानदार पारी खेली। जिससे इंग्लैंड को 308 रन की लीड मिली।

जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चौथी पारी में 296 रन बनाये और इंग्लैंड ने इस मुकाबले को 14 रन से जीत लिया। इस जीत का सेहरा बेल के सर पर ही सजा क्योंकि उन्होंने निर्णायक 109 रन की पारी खेली थी।

एडम गिलक्रिस्ट- 102 नाबाद, पर्थ 2006

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एडम गिलक्रिस्ट का ये विस्फोटक शतक उस दौर का दूसरा सबसे तेज शतक था। गिली ने अपना शतक पूरा करने के लिए मात्र 59 गेंदें खेली थी। जिससे इंग्लैंड बैकफुट पर चला गया था।

गिली ने अपनी इस तेज तर्रार पारी के दौरान अपने निशाने पर साजिद महमूद और मोंटी पनेसर को रखा। साथ ही होगार्ड, फ्लिंटॉफ और हार्मिसन की भी जमकर खबर ली। इंग्लैंड इस मैच तो हारा ही साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने श्रृंखला में 3-0 की लीड ले ली।

लेकिन गिली की ये पारी उस दौर की टेस्ट क्रिकेट की सबसे यादगार पारियों में से एक रहा था। इस मैच के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने अगले दो मैचों में भी समर्पण कर दिया और ऑस्ट्रेलिया ने एशेज सीरीज 5-0 से अपने नाम कर लिया था।

केविन पीटरसन- 227 एडिलेड 2010

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साल 2010-11 के पहले ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड ने आखिरी बार एशेज सीरीज 1986-87 में जीती थी। उसके बाद ऑस्ट्रेलिया या तो अपनी धरती पर जीता है, या इंग्लैंड ने उसे ड्रा पर रोका है। लेकिन साल 2010-11 में इंग्लैंड ने अपनी क्षमता के अनुसार खेल दिखाते हुए दुनिया को चौंका दिया। पहला टेस्ट ब्रिसबेन में हुआ था, जो ड्रा रहा। जबकि अगला टेस्ट मैच एडिलेड में हुआ।

एडिलेड में हुए इस मैच में केविन पीटरसन ने शानदार खेल दिखाया। पीटरसन के इस आक्रमणकारी नीति में उनका साथ कुक, कॉलिंगवुड और इयान बेल ने दिया। केविन ने जोरदार दोहरा शतक लगाया था।

इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया पर 375 रन की लीड हासिल करने कर लिया था। जिससे मैच मे कंगारुओं की वापसी कठिन हो गयी थी। इस तरह 15 साल बाद एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया अपनी जमीन पर 3-1 से हारा था। इस जीत में पीटरसन की भूमिका अहम रही थी।

स्टीव स्मिथ- 215, लॉर्ड्स 2015

बीते वर्षों में अगर देखा जाए तो ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड ने टेस्ट मैचों में हमेशा कड़ी टक्कर दी है। ऑस्ट्रेलिया 12 वर्षों से इंग्लैंड में एशेज सीरीज जीतने में नाकामयाब रहा है। 2015 में इंग्लैंड ने कंगारूओं को कार्डिफ में आसानी से हराकर सीरीज में बढ़त हासिल कर लिया था।

दूसरा टेस्ट मैच लॉर्ड्स में हुआ जहां उस वक्त के कैप्टन इन वेटिंग स्टीवन स्मिथ ने सभी को हैरान कर दिया। स्मिथ ने क्रिस रोजर्स के साथ मिलकर बेहतरीन 215 की पारी खेली।

अंग्रेज तेज गेंदबाजों की धार स्मिथ के बल्ले के सामने कुंद हो गयी थी। जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 566 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जहां से ऑस्ट्रेलिया मुकाबले को आसानी से जीत सकती थी। साथ ही स्मिथ ने इस बड़ी से चयनकर्ताओं को संकेत भी दे दिया था की वह अब ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

लेखक-जेगन, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी

Edited by Staff Editor
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