वनडे क्रिकेट में ज़्यादातर बल्लेबाज़ों का दबदबा रहता है। ये क्रिकेट का वो फ़ॉर्मेट है जहां बल्लेबाज़ अपने करियर को संवारते हैं। इस प्रारूप के नियम, पिच और तेज़ आउटफ़ील्ड बल्लेबाज़ों के लिए जन्नत से कम नहीं हैं। 50 ओवर के खेल में पिछले कई सालों से लेकर आज तक ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत क़ायम है। नई सदी का पहले दशक में ऑस्ट्रेलिया की टक्कर की कोई भी टीम नहीं थी। एक वक़्त ऐसा भी था जब कंगारू टीम को हराना पहाड़ तोड़ने से भी मुश्किल काम था। ज़ाहिर सी बात है जब कई सालों से कंगारू टीम बेहद मज़बूत रही है तो इस टीम में विस्फोटक बल्लेबाज़ों की भी भरमार रही होगी। ऐसे बल्लेबाज़ जो विपक्षी टीम पर ज़रा भी रहम नहीं करते थे और गेंद को छक्के में बदलने में माहिर थे। हम यहां उन 5 ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाज़ों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिन्होंने वनडे में सबसे ज़्यादा छक्के लगाए हैं।
#5 मैथ्यू हेडन – 87
मैथ्यू हेडन ऑस्ट्रलिया के सबसे विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ रहे हैं। उन्होंने साल 2001 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अगले 7 साल तक वो गेंद पर प्रहार करते रहे और विपक्षी गेंदबाज़ों के छक्के छुड़ाते रहे। उनके पास तेज़ गेंदबाज़ों को बेहतर ढंग से खेलने की शानदार तकनीक मौजूद थी उन्होंने अपने हुनर को न सिर्फ़ वनडे बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भी आज़माया है। वो हमेशा आक्रामक खेल दिखाने के लिए जाने जाते रहे हैं। वो हमेशा ओपनिंग करते हुए तेज़ी से रन बनाते थे और टीम को शुरुआती मज़बूती देते थे। तेज़ गेंद के साथ-साथ वो स्पिन गेंद को भी बाउंड्री के पार पहुंचाना जानते थे। जब वो खेलते-खेलते पारी के बीच के ओवर में पहुंच जाते थे तो उन्हें ज़्यादा रन बनाने से कोई भी गेंदबाज़ नहीं रोक पाता था। उनकी पहुंच, उनकी ताक़त और गेंद को हिट करने की क्षमता ही उन्हें इस लिस्ट के पांचवें स्थान पर रखी है। इस ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ ने 160 वनडे मैचों में 87 छक्के लगाए हैं। उनके इसी प्रदर्शन की बदौलत कंगारू टीम कई बार बड़े स्कोर तक पहुंची है।
#4 एंड्रयू साइमंड्स - 103
एंड्रयू साइमंड्स शायद कंगारू वनडे टीम के सबसे बेहतरीन नंबर 5 बल्लेबाज़ रहे हैं। वो जब पिच पर बल्लेबाज़ी करने आते थे तो पूरी ताक़त से शॉट लगाते थे। अगर एक दशक से ज़्यादा वक़्त तक ऑस्ट्रेलियाई टीम का दबदबा रहा है उसमें साइमंड्स के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। कई क्रिकेट विशेषज्ञ कहते हैं कि साइमंड्स ऑस्ट्रेलियाई टीम के सबसे बेहतरीन छक्का लगाने वाले बल्लेबाज़ थे। वो मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाज़ी करने आते थे और टीम के स्कोर और रन रेट को अचानक से बढ़ा देते थे। उन्होंने 198 वनडे मैचों में 5504 गेंदों में 103 छक्के लगाए हैं। बाक़ी बल्लेबाज़ों के मुक़ाबले उन्होंने 100 से ज़्यादा छक्के लगाने में काफ़ी कम गेंदों का इस्तेमाल किया है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ के पास न सिर्फ़ स्पिन गेंद खेलने का हुनर था बल्कि तेज़ गेंद पर भी शॉट लगाने की ताक़त थी। आख़िरी 15 ओवर में वो हर तरह की बॉलिंग अटैक को तोड़ कर रख देते थे। एंड्रयू साइमंड्स में ख़ास बात ये थी कि अगर उन्हें जल्दी बल्लेबाज़ी का मौक़ा मिले तब भी उनकी लय में कोई कमी नहीं आती थी। अगर टीम का विकेट जल्दी गिर जाता था तो साइमंड्स की कोशिश रहती थी कि वो अपना अंदाज़ बरक़रार रखते हुए खेल दिखाएं। उन्हें छक्के लगाते हुए देखना काफ़ी रोमांचक होता था।
#3 शेन वॉट्सन - 131
इस हरफ़नमौला बल्लेबाज़ को ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह पक्की करने में थोड़ा वक़्त ज़रूर लगा था लेकिन वो धीरे-धीरे कंगारू टीम के सबसे अहम बल्लेबाज़ बन गए थे। पिछले एक दशक वो आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ी क्रम के आधार बन चुके थे। उनकी तकनीक उन्हें ईश्वर से तोहफ़े में मिली थी। वो किसी भी तरह की बॉलिंग अटैक को तोड़-फोड़ कर रख देते थे। वो तेज़ गेंदबाज़ो की गेंद पर मिड विकेट के ऊपर से छक्के मारने में माहिर थे। इसके अलावा स्पिन गेंदबाज़ों पर हर वक़्त हावी रहते थे। वॉटसन को आउट करना किसी भी विपक्षी गेंदबाज़ों के लिए बिलकुल आसान नहीं होता था। शेन वॉटसन ने 190 वनडे मैच की 6365 गेंदों में 131 छक्के लगाए हैं, जो इस बात को साबित करते हैं कि उनका छक्के लगाने का औसत कितना बेहतर था। जिस अंदाज़ में वो गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचाते थे वो कंगारू टीम में हमेशा याद किए जाएंगे।
#2 एडम गिलक्रिस्ट - 148
अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में कुछ ही ऐसे सलामी बल्लेबाज़ हुए हैं जिनका ख़ौफ़ मैदान के चारों तरफ़ दिखाई देता था। ऑस्ट्रेलियाई टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ एडम ग्रिलक्रिस्ट उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं। वो जब भी ओपनिंग करने पिच पर आते थे तो कंगारू टीम को तेज़ और मज़बूत शुरुआत देते थे। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ से शुरुआत से ही आक्रामक खेल दिखाने की उम्मीद की जाती थी और बड़ी बेरहमी से वो विपक्षी टीम के बल्लेबाज़ों को परेशान करते थे। अपने शानदार वनडे करियर में उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ों के दिलों में काफ़ी ख़ौफ़ पैदा किया था। अकसर गिली गेंदबाज़ों की गेंद को स्टैंड तक पहुंचा देते थे। गिली ने 286 वनडे मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 148 छक्के लगाए हैं। वो उस चैंपियन टीम का हिस्सा रहे हैं जिसने लगातार 3 बार आईसीसी वर्ल्ड कप जीता है। वो उस दौर के खिलाड़ी हैं जिन्हें भुला पाना नामुमकिन है।
#1 रिकी पॉन्टिंग - 159 छक्के
रिकी पॉन्टिंग को सर डॉन ब्रैडमैन के बाद सबसे महान खिलाड़ी और बल्लेबाज़ के तौर पर जाना जाता है। वो जब से ऑस्ट्रेलियाई वनडे टीम में शामिल हुए हैं, उनकी टीम ने लगातार जीत हासिल की है। रिकी ने साल 1995 में अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी। क़रीब 17 साल लंबे करियर में उन्होंने 374 वनडे मैच खेले हैं। रिकी अकसर नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करने आते थे। हांलाकि वो हमेशा छक्के नहीं लगाते थे लेकिन वो गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाने में किसी से भी कम नहीं थे। हांलाकि वो उन्होंने चौके लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन वो कंगारू टीम की तरफ़ से सबसे ज़्यादा छक्के लगाए हैं। अपने शानदार करियर में उन्होंने 16944 गेंदों का सामना किया था और 159 छक्के लगाए थे। हांलाकि छक्के लगाने की ये दर बाक़ी बल्लेबाज़ों के मुक़ाबले काफ़ी कम है, लेकिन बेहद लंबे करियर की वजह से वो इस लिस्ट में टॉप पर क़ायम हैं। साल 2003 के वर्ल्ड कप का फ़ाइनल हर किसी को याद होगा जब रिकी पोंटिंग ने टीम इंडिया के ख़िलाफ़ 160 रन की पारी खेली थी और 8 छक्के लगाए थे। लेखक- सोहम समद्दर अनुवादक – शारिक़ुल होदा