एलन ने खुद का परिचय अपने प्रदर्शन के साथ दिया। ऑस्ट्रेलिया ने जब 1957-58 में दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया तो एलन ने दौरे पर 72 विकेट और चार शतक जमाए। अगले पांच वर्षों में वह नई गेंद से बल्लेबाजों के लिए बड़ा खौफ बन गए तथा निचले मध्य-क्रम के खतरनाक बल्लेबाज भी बने। चोटों से घिरे रहने वाले डेविडसन ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जब 1960-61 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने लोकप्रिय टेस्ट मैच खेला। तब उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए सर्वश्रेष्ठ 80 रन बनाए और कप्तान रिची बेनो के साथ साझेदारी भी की। इसके अलावा दोनों पारियों में उन्होंने 135/5 और 87/6 विकेट भी लिए। एलन ने 1959 में भारत का दौरा किया और 6 टेस्ट में 15.77 की औसत से कुल 30 विकेट लिए। क्रिकेट में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए एलन डेविडसन को 2011 में आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।