2003 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया ने 1999 के अपने खिताब को सुरक्षित रखते हुए फाइनल मुकाबले में भारत को 125 रनों से मात दी। इस ऐतिहासिक मैच में कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने खुद कमान संभालते हुए 140 रनों की नाबाद पारी खेली और टीम ने भारत के सामने 360 रनों का लक्ष्य रखा। इस मैच में गिलक्रिस्ट के बल्ले से निकले तेजतर्रार अर्धशतक को भी नहीं भुलाया जा सकता। इस जोड़ी की बदौलत आने वाले सालों में ऑस्ट्रेलिया ने विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा कायम रखा। उन्होंने अगला विश्वकप (2007) भी अपने नाम किया। 2003 से 2007 विश्व कप के बीच ही टी-20 प्रारूप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शामिल हुआ और सीमित ओवरों के खेल में पॉवरप्ले ओवर्स की शुरूआत हुई। बल्लेबाजों ने अपने खेल की आक्रामकता बढ़ा दी। बल्लेबाज पहले से अधिक खुलकर खेलने लगे और बड़े टीम स्कोर आम हो गए। हम बात करने जा रहे हैं, उन 5 बल्लेबाजों की, जिन्होंने इस दौरान (25 मार्च, 2003- 12 मार्च, 2007) सबसे अधिक रन बनाए।
#5 एडम गिलक्रिस्ट (ऑस्ट्रेलिया) - 3360 रन
इस बीच एडम गिलक्रिस्ट को उनके लचर प्रदर्शन के लिए कुछ वनडे मैचों से बाहर भी रखा गया। इसके बाद भी गिलक्रिस्ट ने इस लिस्ट में जगह बना ली है। गिलक्रिस्ट ने 95 वनडे मैचों में 37.33 के औसत के साथ 3360 रन बनाए। इसमें वनडे मैचों में गिलक्रिस्ट का सर्वाधिक स्कोर (172 रन, जिम्बाब्वे के खिलाफ) भी शामिल है। गिलक्रिस्ट की इससे भी यादगारी पारी है, 2005 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के तीसरे मैच में 121 रनों की पारी। इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 2-1 से सीरीज हराने में कामयाबी हासिल की थी। वनडे करियर में गिलक्रिस्ट के नाम 12 मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड्स हैं। गिलक्रिस्ट एक बार मैन ऑफ द सीरीज भी रहे हैं। फरवरी 2004 में गिली आईसीसी वनडे रैंकिंग में पहले नंबर पर भी रहे।
#4 मोहम्मद यूसुफ (पाकिस्तान) - 3523 रन
2005 में इस्लाम अपनाने से पहले मोहम्मद यूसुफ, यूसुफ योहाना के नाम से जाने जाते थे। यूसुफ, पाकिस्तान क्रिकेट इतिहास के सबसे उम्दा बल्लेबाजों में शुमार हैं। बताया गया दौर, इस दाएं हाथ के बल्लेबाज के करियर का सबसे अच्छा दौर रहा। टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा, खासतौर पर साल 2006। इस दौरान ही उन्होंने वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स के एक कैलेंडर वर्ष में टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रनों के रिकॉर्ड को तोड़ा। रिचर्ड्स ने यह रिकॉर्ड (1788 रन) 19 पारियों में बनाया था। यूसुफ वनडे में भी उतने ही कारगर साबित हुए। उन्होंने 106 वनडे मैचों में 41.44 के औसत के साथ 3523 रन बनाए। इसाई से इस्लाम में शामिल होना, उनके परिवार को नागवार था, लेकिन इन चीजों का यूसुफ ने अपने करियर पर कोई बुरा असर नहीं पड़ने दिया। इस खास दौर में यूसुफ ने 4 वनडे शतक जमाए और 6 बार मैन ऑफ द मैच रहे।
#3 राहुल द्रविड़ (भारत) – 3545 रन
यह वही दौर है, जब कोच ग्रेग चैपल और सौरव गांगुली के बीच विवादों के बाद राहुल द्रविड़ के कंधों पर कप्तानी का भार आया। इस जिम्मेदारी से द्रविड़ डिगे नहीं और उन्होंने अपने करियर की गति का नियंत्रण अपने हाथ से जाने नहीं दिया। यही वजह है कि द्रविड़ इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। 103 वनडे मैचों में द्रविड़ ने 41.70 के औसत के साथ 3545 रन बनाए, जिनमें 4 शतक भी शामिल हैं। द्रविड़ के पास विकेट कीपिंग की भी जिम्मेदारी थी, लेकिन धोनी के आने के बाद द्रविड़ इस अतिरिक्त जिम्मेदारी से मुक्त हुए। इसके बाद द्रविड़ का अपनी बल्लेबाजी पर फोकस किस स्तर का था, इसकी गवाही आंकड़े देते हैं।
#2 कुमार संगकारा (श्रीलंका) - 3649 रन
इस दौरान श्रीलंका के दिग्गज कुमार संगकारा के नाम पर 101 वनडे मैचों में 3649 रन हैं। 2000 में वनडे में डेब्यू के बाद यही दौर था, जब संगकारा ने वर्ल्ड क्रिकेट में अपना खास मुकाम बनाया। अप्रैल 2003 में संगकारा ने अपना पहला वनडे शतक जमाया था। शारजाह में संगकारा ने पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 100 रन बनाए और अगले ही वनडे में उन्होंने केन्या के खिलाफ फिर से शतकीय पारी खेली। इसके बाद संगकारा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इन लिस्ट में शामिल 5 बल्लेबाजों में संगकारा का औसत (43.96) सर्वाधिक है। इस दौर में संगकारा ने 9 बार ‘मैन ऑफ द अवॉर्ड्स’ अपने नाम किए।
#1 रिकी पॉन्टिंग (ऑस्ट्रेलिया) - 3861 रन
101 वनडे मैचों में 3861 रनों के साथ रिकी पॉन्टिंग इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। इस खास दौर में पॉन्टिंग ने 9 वनडे शतक जमाए। इस दौरान ही पंटर की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2006 चैंपियन्स ट्रॉफी भी अपने नाम की। मार्च, 2006 में जोहांसबर्ग में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक ऐतिहासिक मैच खेला गया। मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने 435 रनों का असंभव सा दिखने वाला लक्ष्य हासिल कर लिया था। इस मैच में पॉन्टिंग ने 105 गेंदों में 164 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इस दौर में पॉन्टिंग के यादगार शतकों में, 2005 में न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर में 141 रनों की और 2006 में सिडनी में श्रीलंका के खिलाफ 124 रनों की शतकीय पारियां भी शामिल हैं। लेखक: प्रांजल मेच अनुवादक: देवान्श अवस्थी