इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में भारतीय टीम को दो खिलाड़ियों ने मुश्किल से निकालकर अपनी टीम को एक यादगार जीत दिलाई। पहले वनडे के बाद दूसरे वनडे में भी भारतीय टीम 25 रन पर 3 विकेट गंवा के मुश्किल में थी। पुणे में पहले वनडे में विराट कोहली और केदार जाधव के शानदार प्रदर्शन के बाद कटक में धोनी और युवराज ने जबरदस्त खेल दिखाया। कटक वनडे में धोनी और युवराज ने कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। युवराज ने जहां 150 रन की पारी खेली तो धोनी ने 134 रन की पारी खेल इंग्लैंड के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी। इन दोनों मैच को दर्शक आसानी से नहीं भूल पाएंगे। तो आइये आपको बताते हैं कि भारत की तरफ से 5 वनडे सर्वश्रेष्ठ साझेदारी कौनसी है: युवराज और धोनी (256 रन vs इंग्लैंड) चयनकर्ताओं ने युवराज सिंह को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में चुनकर बड़ा फैसला लिया था। टीम में चयन के बाद भी उनके ऊपर कई सवाल उठ रहे थे, हालांकि युवराज ने मुश्किल परिस्थिति में शतक लगाकर अपने चयन को सही साबित किया। धोनी के साथ उन्होंने शानदार साझेदारी की और ग्रांउड के हर हिस्से में शॉट खेले। इस मैच में युवराज ने बता दिया कि वह टीम में जगह पाने के हकदार थे। युवराज ने अपने वनडे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली और 150 रन बनाकर वह आउट हुए। युवराज के अलावा धोनी ने भी 134 रन की शानदार पारी खेली। इन दोनों के बीच 256 रन की साझेदारी हुई जो भारत की तरफ से किसी भी विकेट के लिए पांचवीं सबसे बड़ी साझेदारी है। सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ( 258 vs कीनिया) भारतीय टीम कीनिया के खिलाफ खेल रही थी और भारत के दो सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग जोड़ीदारों ने इसकी शानदार ढंग से शुरुआत की। सपाट पिच पर भारतीय बल्लेबाजों ने कीनिया के गेंदबाजों का बुरा हाल किया और ग्रांउड के हर कोने पर शॉट खेले। गांगुली और सचिन दोनों ही अपनी पूरी लय में बल्लेबाजी कर रहे थे। भारत को अपने पिछले मैच में कीनिया के हाथों मिली हार का बदला लेना था और वह भारत ने शानदार तरीके से लिया। भारत यह मैच 186 रन के बड़े अंतर से जीत गया। सचिन तेंदुलकर ने 146 गेंद पर 132 रन की पारी खेली, वहीं सौरव गांगुली ने 111 रन बनाए। मोहम्मद अजहरुद्दीन और अजय जडेजा (नाबाद 275 रन vs ज़िम्बाब्वे) मोहम्मद अजहरुद्दीन और अजय जडेजा जब क्रीज पर आए तो भारत का स्कोर 26 रन पर 3 विकेट था। कटक की जबरदस्त गर्मी में इन दोनों बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी की और जिम्बाब्वे की गेंदबाजों को वापसी का कोई मौका नहीं दिया। अजहरुद्दीन ने 150 गेंद पर नाबाद 153 रन की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 17 चौके और 1 छक्का लगाया। जडेजा ने भी अजहरुद्दीन का अच्छा साथ दिया और 116 रन बनाए। भारतीय टीम के द्वारा दिए गये लक्ष्य के सामने जिम्बाब्वे के लगातार विकेट गिरते रहे और वह 32 रन से हार गए। सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ (316 रन vs श्रीलंका) 1999 वर्ल्डकप की ठंडी सुबह। दो युवा खिलाड़ी सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने श्रीलंका के हर गेंदबाज की धुनाई की। सौरव गांगुली ने शानदार बल्लेबाजी की और हर गेंदबाज को आसानी से खेलकर 183 रन बनाए। यह उनके वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है। राहुल द्रविड़ ने सौरव गांगुली का भरपूर साथ दिया। उस समय जब द्रविड़ को वनडे का खिलाड़ी नही माना जाता है, उन्होंने गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। इन दोनों बल्लेबाजों ने किसी गेंदबाज को नहीं बक्शा, उन्होंने तो मुथैया मुरलीधरन तक की धुनाई की। इसके बाद श्रीलंका की पारी महज 216 रन पर ही सिमट गई। सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ (331 रन vs न्यूजीलैंड) न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में दूसरे वनडे में भारतीय टीम दबाव में थी। भारत ने राजकोट में अपना पहला मैच गंवा दिया था। हालांकि राजकोट में भी भारत ने शानदार खेल दिखाया था। हैदराबाद वनडे में सचिन ने एक शानदार पारी खेली। राहुल द्रविड़ ने भी उनका अच्छा साथ दिया। दोनों ही बल्लेबाजों ने कई शानदार शॉट खेले। सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 186 रन बनाए तो राहुल द्रविड़ ने भी 153 रन की शानदार पारी खेली। बड़े स्कोर का दबाव न्यूजीलैंड पर साफ देखा जा सकता था और वह एक बार भी मुकाबले में नहीं दिखे। जिसके कारण वह 33.1 ओवर में केवल 202 रन पर ऑल आउट हो गए।