ऑस्ट्रेलिया का अपने घरेलु मैदानों पर बेहतर प्रदर्शन रहा है जबकि हाल के दिनों में विदेशी मैदानों पर संघर्ष करते हुए दिखाई दिए है। पिछले कुछ सालों में ऑस्ट्रेलिया को एशिया में दो क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा है। एक भारत (0-4) से और दूसरा युवा और अनुभवहीन श्रीलंका (0-3) की टीम से। यही नहीं ऑस्ट्रेलिया ने पिछला ऐशज़ सीरीज भी गंवाया है। ऑस्ट्रेलिया ने पिछले पांच साल में यूएई के अलावा विदेशी धरती पर 31.68 की औसत से 27 टेस्ट मैच खेले जिनमें से 10 टेस्ट अपने नाम किए तो 14 टेस्ट गंवाए भी। और अगर यूएई में हारे दो टेस्ट को जोड़ा जाए तो टीम का औसत 25.65 हो जाता है जो सात टेस्ट टीमों की तुलना में छठे नंबर का औसत है जो ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छा आंकड़ा नहीं माना जा सकता। विदेशी धरती पर ऑस्ट्रेलिया का औसत तब बेहतर हुआ जब उन्होंने वेस्टइंडीज़ का दौरा किया। जहां उन्होंने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। वहीं अगर बात घरेलु मैदान पर प्रदर्शन की हो तो ऑस्ट्रेलिया एक दम अलग टीम नज़र आती है। घरेलु मैदान पर टीम का औसत 29 टेस्ट मैच में 47.83 रहा है। पिछले पांच साल में घर से बाहर ऑस्ट्रेलिया ने 52 पारियां खेली है जबकि इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा 55 पारियां खेली है। हाल के दिनों में ऑस्ट्रेलिया का अपने उपमहाद्वीप नें प्रदर्शन काफी निराशा जनक रहा है। दक्षिण अफ्रीका में ऑस्ट्रेलिया 2-1 से सीरीज़ अपने नाम की लेकिन इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पिछले दो ऐशज़ सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है।