यूएई में खेले गए मैच को छोड़ दिया जाए तो विदेशी धरती पर पिछले पांच साल में इंग्लैंड ने 31.21 की औसत से प्रदर्शन किया है और अगर यूएई में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 6 मैचों में इंग्लैंड प्रदर्शन को भी जोड़ लिया जाए तो इंग्लैंड का औसत (25.06) और कम हो जाता है जो कि पिछले पांच साल में किसी टीम का सबसे कम का औसत है। पिछले पांच साल में 55 पारियों के दौरान इंग्लैंड का औसत 2.98 आरपीओ के साथ 31.21 रहा। और घर से बाहर खेले गए 28 मैच में से 14 में हार का सामना करना पड़ा तो वहीं 7 मैच अपने नाम किए। यूएई में खेले गए 6 मैच में से इंग्लैंड 5 मैच हारा और केवल एक जीत से संतोष ही करना पड़ा। ये और भी रोचक है कि इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी उनके घरेलु मैदान पर भी बहुत बेहतर नहीं रही है। इसकी वज़ह से घरेलु मैदान पर इंग्लैंड का औसत 36.43 है जो लिस्ट के हिसाब से पांच देशों के औसत से नीचे है और अगर यूएई के प्रदर्शन को जोड़ ले को इंग्लैंड का औसत पाकिस्तान से भी ख़राब हो जाता है। घरेलु मैदान पर इंग्लैंड का ये बुरा औसत दर्शाता है कि घरेलु मैदान पर इंग्लैंड के जीत का आंकड़ा भी ख़राब है। इंग्लैंड अपने घरेलु मैदान पर 2 जीत पर एक हार के हिसाब से पिछले पांच साल में 18 मैच जीते और 9 टेस्ट मैच हारे। जो कि बाकि देशों की तुलना में पांचवे नंबर पर है।