5 क्रिकेटर जिनकी दाढ़ी बन गई स्टाइल स्टेटमेंट

दाढ़ी महान प्रदर्शन की गारंटी तो नहीं देती, लेकिन यह क्रिकेटरों के लिए 22 यार्ड की पिच पर स्टाइल स्टेटमेंट बनती जा रही है। डब्लू जी ग्रेस, सर विवियन रिचर्ड्स और माइक ब्रेअर्ले ने दाढ़ी का ट्रेंड सेट किया और उनके बाद की पीढ़ी ने इसे अच्छे से स्वीकार किया। हालांकि दाढ़ी किसी को डराती तो नहीं है, लेकिन दाढ़ी का दर विश्व क्रिकेट में बनता जा रहा है। हम आपको 5 ऐसे ही दाढ़ी रखने वाले क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कभी भी मैदान पर उतरते हैं तो विरोधी टीम को अपने प्रदर्शन से आतंकित कर देते हैं : 1) मिस्बाह उल हक misbah-ul-haq-1471467428-800 मिस्बाह हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ दाढ़ी रखे हुए नजर आए, लेकिन मिंवाली के शांत क्रिकेटर की दाढ़ी से विरोधी टीम खौफ खाने लगी है। 42 की उम्र में भी पाकिस्तान की टेस्ट कप्तान विरोधी टीम को परेशान करने में सफल हो रहे हैं। अपने पूरे करियर में आलोचनाओं को झेलते आ रहे मिस्बाह ने शांत दिमाग और उम्दा प्रदर्शन से सभी को जवाब दिया। उन्होंने अपने प्रदर्शन से आलोचकों को शांत कर दिया। उनके खेल में उम्र के बढ़ने के साथ और निखार आता जा रहा है। लॉर्ड्स में मानद बोर्ड पर शामिल होना किसी भी क्रिकेटर के लिए सम्मान की बात होती है। 42 की उम्र में पाकिस्तान के कप्तान ने इस उपलब्धि को हासिल किया और उनका जोश किसी युवा क्रिकेटर से कम नहीं दिखा। उन्होंने शतक जमाने के बाद पुश-अप लगाकर जश्न मनाया। अगर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पाकिस्तान कोई अच्छा बिंदु देखना चाहे तो मिस्बाह की भूमिका विशाल नजर आएगी। उन्होंने युवाओं को फिटनेस सुधारने के लिए काफी प्रेरित किया था। उन्हें चेहरे के भावों से कोई जज नहीं कर सकता, लेकिन उनका ट्रैक रिकॉर्ड और काबिलियत विरोधी टीम के लिए खतरे की घंटी जरुर है। 2) मोइन अली moeen-ali-1471467470-800 बिर्मिंघम के क्रिकेटर इंग्लिश क्रिकेट के शानदार बल्लेबाज हैं। हालांकि उनका अनिरंतर प्रदर्शन जरुर टीम के लिए मुसीबत बन जाता है। ग्रीम स्वान के अचानक संन्यास लेने की वजह से अली को ऑफस्पिनर के रूप में टीम में शामिल किया गया, लेकिन उन्होंने जल्द ही खुद को बेहतर बल्लेबाज के रूप में भी विकसित किया। उन्होंने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ इंग्लैंड की तरफ से तीसरा सबसे तेज शतक जमाया। मोइन ने 72 गेंदों में शतक ठोंका था। भारत को स्पिन खेलने में महारत हासिल है, लेकिन 2014 सीरीज में मोइन अली ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया और 5 मैचों में 19 विकेट चटकाए, जिसमें एक बार पांच विकेट लेना शामिल है। उन्होंने इंग्लैंड के शीर्षक्रम को भी मजबूती दी। मोइन अली ने ओपनर के तौर पर शुरुआत की, लेकिन अब वह वन-डे क्रिकेट में निचले मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने उतरते हैं। 3) हाशिम अमला amla_vujm71ntut0q1t7vpe1yi1cl9-1471467587-800 जब 2016 आईपीएल में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर को किसी टीम ने नहीं चुना तो थोड़ी हैरानी जरुर हुई। फिर कैरीबियन प्रीमियर लीग में उन्हें ट्रिनबागो नाइट राइडर्स ने खरीदा और वह टूर्नामेंट में चौथे सर्वश्रेष्ठ रन स्कोरर रहे। अमला ने 37.27 की औसत से 410 रन बनाए। अमला पर दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी निर्भर है। उन्होंने हर बाधा को पार करके श्रेष्ठता हासिल की। टेस्ट और वन-डे में उनकी औसत 50 व 48 है। हाशिम अमला राष्ट्रीय टीम के प्रमुख सदस्य हैं। वह विरोधी टीम के लिए बड़ा खतरा बने रहते हैं। 33 वर्षीय अमला में अभी काफी क्रिकेट बची है और जब वह संन्यास लेने का मैन बनाएंगे तब प्रोटीज टीम को उनका विकल्प खोजने में काफी जद्दोजहद करना होगी। 4) केन विलियम्सन trying-to-keep-things-simple-says-kane-williamson-1471467614-800 न्यूजीलैंड के इस कलात्मक बल्लेबाज ने अपनी तकनीक से सबको मुरीद बना लिया है। वह विरोधी टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित होते आ रहे हैं। केन विलियम्सन ने तीनों प्रारूपों में अपनी उपयोगिता साबित की है। टेस्ट और वन-डे को अलग हटा दीजिए, इस बल्लेबाज ने टी20 क्रिकेट में बल्लेबाजी तकनीक का उदहारण पेश किया है। उनका टी20 में 124.9 का स्ट्राइक रेट है और यही उन्हें अन्य बल्लेबाजों से बेहतर बनाता है। केन के रिकॉर्ड्स उनकी बल्लेबाजी के बारे में सब बयान कर देते हैं। वह टेस्ट खेलने वाले सभी देशों के खिलाफ शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने। उन्होंने कुछ ही समय में काफी ऊंचाइयां हासिल कर ली है। सिर्फ बल्ले से ही नहीं, बल्कि उन्होंने गेंद से भी अपनी उपयोगिता साबित की और अहम मौको पर विकेट चटकाए। वह सर्वकालिक महान बल्लेबाज बनने की काबिलियत रखते हैं। 5) विराट कोहली virat-kohli-inida-t20-750-1471467639-800 भारतीय टेस्ट कप्तान की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। विरोधी टीम की आंखों में चुभने वाले इस बल्लेबाज की मैदान के बाहर भी काफी लोकप्रियता है। भारतीय बल्लेबाज पूरी शिद्दत से रन बनाते हैं और विरोधी टीम भी उनकी इस आदत को चाहती है। संतुष्ट शब्द विराट के शब्दकोश में नहीं है, वह सिर्फ रन बनाकर ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं। बल्लेबाजी के अलावा विराट की टेस्ट कप्तानी का भी हर कोई कायल हो गया है। उनके पास टेस्ट कप्तानी में 13 टेस्ट का अनुभव हासिल है और बल्लेबाजी में उनका कोई तोड़ नहीं है। कप्तानी से उनकी बल्लेबाजी में और निखार आया है। उन्होंने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में दोहरा शतक जमाया था। कोहली की दाढ़ी उनका स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है। कोहली की नकल उनके कई प्रशंसक करते हैं।

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