भारतीय क्रिकेट इतिहास की 5 सबसे बड़ी टेस्ट जीत

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वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिंग्स में 125 पॉइंट्स के साथ पहले स्थान पर है और दूसरे स्थान पर काबिज दक्षिण अफ्रीका से 14 पॉइंट आगे है। विराट कोहली की अगुवाई वाली यह युवा भारतीय क्रिकेट टीम पिछले कुछ समय से शानदार खेल दिखा रही है और लगातार 8 टेस्ट सीरीज अपने नाम कर चुकी है। अगर भारत श्रीलंका के खिलाफ जारी सीरीज को भी जीत जाता है तो यह लगातार 9वीं सीरीज जीत होगी। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ही मात्र दो ऐसी टीमें हैं जिन्होंने लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीती हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के नाम अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में कई रिकार्ड्स हैं। आज हम आपको भारत की पारी से हासिल की गई 5 बड़ी जीत के बारे में बताने जा रहे हैं: #5 बनाम श्रीलंका, 2017- एक पारी और 171 रनों से जीत भारत ने श्रीलंका को इसी साल तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन पालेकेले क्रिकेट मैदान पर एक पारी और 171 रनों से हराया था। भारत ने पूरी टेस्ट सीरीज के दौरान अपना दबदबा बनाये रखा और मेजबान टीम को एक भी मैच जीतने नहीं दिया। तीसरे टेस्ट मैच से पहले मेजबान टीम पहले दो मैचों में भी हार चुकी थी, जिसके कारण वो काफी दबाव में थे। भारत ने पहली बल्लेबाजी की और शिखर धवन और हार्दिक पांड्या के शतकों की बदौलत पहली पारी में 487 रन बनाये। जवाब में श्रीलंका की टीम को पहली पारी में सिर्फ 135 रनों के लिए आउट कर दिया। उसके बाद भारतीय टीम ने मेजबानों को फॉलोऑन दिया लेकिन वो दूसरी पारी में भी कुछ खास करने में विफल रहे और 181 के स्कोर पर पूरी टीम पवेलियन लौट गई। #4 बनाम न्यूजीलैंड, 2010- एक पारी और 198 रनों से जीत 4 भारत ने 2010 में नागपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ निर्णायक टेस्ट मैच में एक पारी और 190 रन से जीत दर्ज की थी। सीरीज शुरू होने से पहले माना जाता था कि न्यूजीलैंड की टीम 3 टेस्ट मैचों की इस सीरीज का एक भी टेस्ट ना बचा पाए। लेकिन, कीवी टीम ने सभी को गलत साबित करते हुए पहले दोनों टेस्ट मैच ड्रा कराने में सफल रही। उनकी तरफ से पहले टेस्ट में केन विलियमसन की 131 रनों की पारी और दूसरे टेस्ट में ब्रेंडन मैकुलम की 225 रनों की शानदार पारी ने मैच बचाने में खासा योगदान दिया। तीसरे टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम इशांत शर्मा के शानदार प्रदर्शन के सामने सिर्फ 193 रनों के स्कोर पर सिमट गई थी। जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 566 रनों का विशाल स्कोर बना दिया। जिसमें राहुल द्रविड़ ने कलात्मक और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी करते हुए 191 रनों का योगदान दिया। दबाव की वजह से न्यूजीलैंड की टीम दूसरी पारी में भी कुछ ज्यादा नहीं कर पाई और सिर्फ 175 रनों पर सिमट गई। अपनी सरजमीं पर टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड को पारी से हारने में भारतीय टीम को 45 साल का वक़्त लग गया। #3 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1998- एक पारी और 219 रनों से जीत 3 भारत ने 1998 में ईडन गार्डन्स में 3 टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को एक पारी और 219 रनों से हराया था। यह टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ जीतों में से एक है। ऑस्ट्रेलिया की पारी की शुरुआत काफी खराब रही और 29 रनों पर ही उसके 4 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। जवागल श्रीनाथ ने मैच के पहले ओवर में दो विकेट चटका दिए। इसके बाद स्टीव वॉ और रिकी पॉन्टिंग के बीच हुई साझेदारी की वजह से मेहमान टीम 233 रन बनाने में सफल रही। जवाब में, भारत ने केवल 5 विकेट के नुकसान के पर 633 रन बना दिए, जिसमें मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 163 रनों के योगदान दिया था। ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में भी भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ मुकाबला नहीं कर पाई। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम सिर्फ 181 रनों पर ढेर हो गयी। भारत की तरफ से अनिल कुंबले ने 5 विकेट और जवागल श्रीनाथ ने 3 विकेट हासिल किए। जवागल श्रीनाथ को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला। भारत ने 3-0 की टेस्ट सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। #2 बनाम बांग्लादेश, 2007- एक पारी और 239 रनों से जीत 2 भारतीय टीम ने 2007 में ढाका में 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश को एक पारी और 239 रनों से हराया था। यह बांग्लादेश द्वारा भारत को विश्वकप से बाहर करने से 2 महीने पूर्व हुआ था। यह भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का पहला टेस्ट मैच भी था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 3 विकेट के नुकसान पर 610 रन का विशाल स्कोर बनाया। इसमें भारतीय शीर्ष के चारों बल्लेबाजों ने शतक बनाया जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। बांग्लादेशी टीम बाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज जहीर खान के खिलाफ टिक कर नहीं खेल पाई और केवल 118 रनों पर ऑल आउट हो गयी। पहली पारी में जहीर ने 5 विकेट हासिल किए। इसके बाद भारत ने मेजबान टीम को फॉलोऑन दिया। दूसरी पारी में बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने 253 रन बनाये, जिसमें मोहम्मद अशरफुल की 42 गेंदों पर 67 रन और मशरफे मुर्तजा के 70 रन शामिल थे।। जहीर खान ने दूसरी पारी में 2 विकेट हासिल किए और मैच में उनके कुल 7 विकेट हो गए। उनकी इस गेंदबाजी के लिए उन्हें मैन ऑफ दी मैच के पुरस्कार से नवाजा गया। #1 बनाम श्रीलंका, 2017- एक पारी और 239 रनों से जीत 1 ईडन गार्डन्स में निराशाजनक ड्रा के बाद, भारत ने नागपुर में 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में श्रीलंका को एक पारी और 239 रन से हराया दिया। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ अपने पिछले रिकॉर्ड जीत की बराबरी भी कर ली। श्रीलंका की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए कुछ खास नहीं कर पायी और अपनी पहली पारी में सिर्फ 205 रन ही बनाये। अश्विन और जडेजा की स्पिन जोड़ी ने पारी में 7 विकेट हासिल कर मेहमानों की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 6 विकेट के नुकसान के लिए 610 रन बनाये जिसमें चार बल्लेबाजों ने शतक लगाए।कप्तान विराट कोहली ने 267 गेंदों पर 214 रनों की कप्तानी पारी खेली। श्रीलंका की टीम अपनी दूसरी पारी में भी कुछ खास नहीं कर पाई और पूरी टीम मैच के चौथे दिन ही 166 रनों पर पवेलियन लौट गई। उनकी तरफ से दिनेश चांडीमल ने सर्वाधिक 61 रन बनाए। भारतीय टीम के लिए यह एक आसान जीत थी। 'मैन ऑफ द मैच' कप्तान विराट कोहली ने अपना पांचवा दोहरा शतक जमाया जबकि रविचंद्रन अश्विन टेस्ट मैचों से सबसे कम मैचों में 300 विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज भी बन गए। उन्होंने यह कारनामा मात्र 54 टेस्ट मैचों में कर दिखाया। लेखक- शुभम साहू अनुवादक- ऋषिकेश सिंह