भारत ने 2010 में नागपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ निर्णायक टेस्ट मैच में एक पारी और 190 रन से जीत दर्ज की थी। सीरीज शुरू होने से पहले माना जाता था कि न्यूजीलैंड की टीम 3 टेस्ट मैचों की इस सीरीज का एक भी टेस्ट ना बचा पाए। लेकिन, कीवी टीम ने सभी को गलत साबित करते हुए पहले दोनों टेस्ट मैच ड्रा कराने में सफल रही। उनकी तरफ से पहले टेस्ट में केन विलियमसन की 131 रनों की पारी और दूसरे टेस्ट में ब्रेंडन मैकुलम की 225 रनों की शानदार पारी ने मैच बचाने में खासा योगदान दिया। तीसरे टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम इशांत शर्मा के शानदार प्रदर्शन के सामने सिर्फ 193 रनों के स्कोर पर सिमट गई थी। जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 566 रनों का विशाल स्कोर बना दिया। जिसमें राहुल द्रविड़ ने कलात्मक और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी करते हुए 191 रनों का योगदान दिया। दबाव की वजह से न्यूजीलैंड की टीम दूसरी पारी में भी कुछ ज्यादा नहीं कर पाई और सिर्फ 175 रनों पर सिमट गई। अपनी सरजमीं पर टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड को पारी से हारने में भारतीय टीम को 45 साल का वक़्त लग गया।