इस मैच को हमेशा ही ब्रेंडन मैककुलम के यादगार ट्रिपल के सेंचुरी के लिए याद किया जाएगा। उनकी इस पारी की बदौलत भारत जीत से मरहूम रह गया। हालांकि दूसरी पारी में भारत को 67 ओवर्स में 435 रनों की दरकार थी, और गेम ड्रॉ की तरफ बढ़ रहा था। 23 ओवर के बाद भारत का स्कोर हो गया 54-3 और ऐसा लग रहा था, एक बार फिर टीम हार ना जाए, लेकिन कोहली और रोहित से मिलकर टीम को संभाला। कोहली ने अपने गेम में कोई बदलाव नहीं किया और 135 गेंदों पर 105 रन बनाए। यह मैच ड्रॉ रहा और विराट ने ही न्यूज़ीलैंड को यह मैच जीतने से रौका।