इस पारी ने विराट को एक टेस्ट बल्लेबाज़ के रूप में उभारा था। यह बात तो किसी से छुपी नहीं है कि विराट को ऑस्ट्रेलियन आक्रमण कितना पसंद है। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 539 रन बनाए। जवाब में भारत का स्कोर 147- 3 हो गया था, जब विराट का साथ देने आए अजिंक्य रहाणे। उसके बाद जो आर, वो तो चमत्कार ही था, उन दोनों ने इस तरह हमला किया कि ऑस्ट्रेलियन देखते रह गए। उस पारी में कोहली और मिचेल जॉनसन की भिड़ंत को कोई भी सालों तक नहीं भुला सकता। जॉनसन तेज़ गेंद करते रहे और विराट उन्हें सीमा पर कराते रहे। उन्होंने शानदार 169 रनों की पारी खेली। रहाणे ने भी उस पारी में 147 रन बनाए। उस साझेदारी में दोनों ने 262 रन जोड़े। यह मैच आखिरी दिन तक गया और अंत में ड्रॉ रहा और शायद ही किसी को पता था कि यह एमएस धोनी का आखिरी टेस्ट मैच था। यह एक यादगार मैच था।