अगर कोई पारी देखनी हों, जिसमे पहले सबका दिल जीता हो, फिर सबका दिल तोड़ा हों, तो वो विराट की यह पारी थी। कप्तान के रूप में अपना पहला टेस्ट खेल रहे विराट ने इतिहास रचते हुए दोनों पारियों में शतक लगाया, लेकिन दूसरी पारी में बनाए गए 141 रन हमेशा ही याद किया जाएगा। भारत मैच के आखिरी दिन 364 रनों का पीछा कर रहा था और शिखर धवन और पुजारा जल्द ही आउट हो गए थे। जब विराट बल्लेबाज़ी करने आए तब टीम का स्कोर था 57-2, उन्होंने अपना नेचुरल गेम खेला और अपने शॉट्स लगाए। मुरली विजय के साथ मिलकर उन्होंने 185 रनों की साझेदारी की और ऐसा लग रहा था कि इंडिया यह मैच जीत जाएगा। हालांकि जब विराट 99 रन पर आउट हुए, तब टीम के बाकी बल्लेबाज़ भी सस्ते में निपट गए। कोहली ने हार नहीं मानी और 141 रन के स्कोर पर नाथन लियॉन को डीप मिड विकेट के ऊपर मरने के चक्कर में वो आउट हो गए। नाथन लियॉन की वजह से ऑस्ट्रेलिया यह मैच 48 रन से जीत गया। हालांकि यह पारी विराट के करियर के सबसे अच्छी पारी थी। लेखक- मनीष पाठक, अनुवादक- मयंक महता