साल 1986, भारतीय-ऑस्ट्रेलिया के बीच मद्रास (अब चेन्नई) में खेला गया पहला टेस्ट मैच सबसे रोमांचक मैच था | ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 574 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया | डीन जोंस ने शानदार दोहरा शतक जड़ा | जवाब में भारतीय टीम ने कपिल देव के 119 रनों की बदौलत 397 रन बनाए | ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 5 विकेट पर 170 रन बनाकर घोषित कर दी , और इस तरह से भारत को जीत के लिए 347 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य मिला | महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने अपने नाम के अनरूप प्रदर्शन करते हुए 90 रनों की शानदार पारी खेली | मोहिंदर अमरनाथ, मोहम्मद अजहरूद्दीन और चंद्रकांत पंडित ने भी उपयोगी पारियां खेली | मध्यक्रम में रवि शास्त्री ने नाबाद 48 रनों की पारी खेलकर भारत को जीत के मुहाने पर ला खड़ा किया| लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जो इतिहास के पन्नों में अमर हो गया | भारत को जीत के लिए महज 1 रनों की दरकार थी और आखिरी जोड़ी क्रीज पर थी | रवि शास्त्री दूसरे छोड़ पर खड़े थे, स्ट्राइक थी मनिंदर सिंह के पास, लेकिन मनिंदर सिंह बिना खाता खोले आउट हो गए और इस तरह से ये टेस्ट मैच टाई हो गया |