विश्व क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल चाइनामैन गेंदबाजों में से एक ब्रैड हॉग ऑस्ट्रेलिया की 2003 और 2007 विश्व कप विजेता टीम के महत्वपूर्ण सदस्य थे। हॉग की गेंदबाजी को समझना बल्लेबाज के लिए काफी मुश्किलभरा होता है और 45 वर्ष के होने के बावजूद भी वह अपना कमाल कई टी20 प्रतियोगिताओं में दिखा रहे हैं। अपने शुरुआती करियर में मध्यक्रम के बल्लेबाज हॉग ने पहली बार स्पिन अपने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया टीम के साथियों के साथ की थी। तब उन्होंने न्यू साउथ वेल्स के स्पिनर डेविड फ्रीडमैन से निपटने के लिए टीम के साथियों को अभ्यास कराया था। ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू करने के बाद हॉग हमेशा शेन वॉर्न की आड़ के चलते अपना दम खुलकर नहीं दिखा पाए। उनकी टीम में जगह भी मुश्किल रहती थी। हालांकि 2003 विश्व कप में वॉर्न डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए और हॉग को उनकी जगह मौका मिल गया। यहां से हॉग ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और शानदार प्रदर्शन करते रहे।