क्रिकेट का सबसे लंबा प्रारूप टेस्ट मैचों का इतिहास काफी धनी रहा है। टेस्ट मैचों में कुछ ऐसी सीमा तक है जिसे पार करने के बाद खिलाड़ी महान खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो जाता है। जहां बल्लेबाजों के लिए यह सीमा 10,000 रन तो गेंदबाजों के लिए 500 विकेट है। 140 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक सिर्फ 6 गेंदबाजों ने ही 500 या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं। हाल ही में जेम्स एंडरसन ऐसे करने वाले छठ्ठे गेंदबाज बने हैं।
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नीचे उन सभी गेंदबाजों के नाम अंकित हैं:
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खिलाड़ी | करियर | मैच | विकेट | औसत | इकॉनमी |
मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका) | 1992-2010 | 133 | 800 | 22.7 | 2.5 |
शेन वार्न (ऑस्ट्रेलिया) | 1992-2007 | 145 | 708 | 25.4 | 2.7 |
अनिल कुंबले (भारत) | 1990-2008 | 132 | 619 | 29.7 | 2.7 |
ग्लेन मैकग्रा (ऑस्ट्रेलिया) | 1993-2007 | 124 | 563 | 21.6 | 2.5 |
कोर्टनी वाल्श (वेस्टइंडीज) | 1984-2001 | 132 | 519 | 24.4 | 2.5 |
जेम्स एंडरसन (इंग्लैंड) | 2003-अभी तक | 129 | 506 | 27.4 | 2.9 |
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आने वाले समय मे कुछ गेंदबाज भी इस सूची में अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं। यह लेख उनकी 5 खिलाड़ियों के बारे में है जो आने वाले वर्षों में 500 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं।
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#1. डेल स्टेन (दक्षिण अफ्रीका)- 417 विकेट
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21वीं सदी के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक यह गेंदबाज चोट से उभरकर लगभग 1 साल बाद वापसी कर रहा है। स्टेन ने 4 नवंबर 2016 के बाद दायें कंधे में चोट की वजह से एक भी मैच नहीं खेला है। वर्तमान में वो सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में 10वें स्थान पर काबिज है और उन्हें 500 के क्लब में शामिल होने के लिए 83 और विकेटों की आवश्यकता है।
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स्टेन का विकेट लेने का स्ट्राइक रेट 41.4 है जो उनके ऊपर के सभी गेंदबाजों से बेहतर है। अगर वो इसी स्ट्राइक रेट से विकेट लेते रहे तो उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए 570 ओवर लगेंगे। स्टेन अभी 34 साल के हैं और सभी यही उम्मीद कर रहे हैं कि वो कुछ साल बिना चोट के क्रिकेट खेलते रहे। 500+ टेस्ट विकेटों के साथ संन्यास लेने उनके शानदार करियर पर चार चांद लगा देगा। अगर सब कुछ सही रहा तो उम्मीद है कि स्टेन 2019 तक 500 टेस्ट विकेटों तक पहुंच जाएंगे।
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#2. रंगना हेराथ (श्रीलंका)- 405 विकेट
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श्रीलंका का यह महान गेंदबाज अगर किसी अन्य पीढ़ी में खेल रहा होता तो काफी पहले 500 टेस्ट विकेट लेने का कारनामा कर चुका होता। 1999 में पदार्पण करने के बावजूद 2010 तक मुरलीधरन की वजह से ज्यादा मौके नहीं मिले।
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दौर | साल | मैच | विकेट |
मुरलीधरन के समय | 12 साल | 24 | 78 |
मुरलीधरन के संन्यास के बाद | 7 साल | 62 | 327 |
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पिछले 7 सालों में उन्होंने 62 टेस्ट मैचों में 327 विकेट हासिल किए हैं। शायद ही ऐसा कोई क्रिकेटर होगा जो करियर के इस पड़ाब पर ऐसा छाप सकता हैं। यह श्रीलंकाई स्पिन गेंदबाज 2017 में 50 से ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाला एकमात्र स्पिन गेंदबाज है। इसमें दो बार मैच में 10 विकेट और 5 बार पारी में 5 विकेट झटके हैं। अगर हेराथ ने लगातार क्रिकेट खेलना जारी रखा तो अनुमान के अनुसार वो 2019 तक 500 क्लब में शामिल हो जाएंगे।
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#3. स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड)- 388 विकेट
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जब युवराज सिंह ने 2007 टी20 विश्वकप में ब्रॉड के ओवर की 6 गेंदों पर 6 छक्के जमाये थे, उस समय इनकी उम्र मात्र 21 साल थी। लोग कहने लगे थे कि ब्रॉड टीम में अपने पिता की वजह से बने हुए हैं लेकिन उनके ऊपर आलोचनाओं का कोई असर नहीं हुआ।
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युवी के 6 छक्कों के 10 साल बाद ब्रॉड कोई साधारण खिलाड़ी नहीं हैं बल्कि टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े गेंदबाज के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। उन्होंने इंग्लैंड की तरफ से खेलते हुए 109 टेस्ट मैचों में 388 विकेट हासिल किए हैं और उनसे ज्यादा विकेट सिर्फ 15 ने लिए हैं। ब्रॉड की उम्र सभी 31 साल है और उनमें अभी 5 साल क्रिकेट बचा है। अनुमान के अनुसार ब्रॉड भी 2019 तक इस उपलब्धि तक पहुंच जाएंगे और वो ग्लेन मैक्ग्रा के 563 विकटों से भी आगे निकल सकते हैं।
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#4. रविचंद्रन अश्विन (भारत)- 292 विकेट
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भारतीय स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड के दहलीज पर खड़े हैं। टेस्ट मैचों में सबसे जल्दी 300 विकेट हासिल करना का कीर्तिमान अपने नाम करने के लिए उन्हें 2 मैचों में 8 विकेट की आवश्यकता है। अगर अश्विन ऐसा करने में सफल होते हैं तो वह ऑस्ट्रेलिया के महान डेनिस लिली का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, जिन्होंने यह कारनामा 56 मैचों में किया था।
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इसके अलावा सबसे तेज 200 टेस्ट विकेट लेने का एशियाई रिकॉर्ड और सबसे तेज 250 विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड भी अश्विन के नाम ही दर्ज है। अगर अश्विन ऐसी रफ्तार से विकेट लेते रहे तो कुछ ही वर्षों में 500 विकेट तक पहुंच जाएंगे। उनके लिए 2018 काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत को इस दौरान विदेशों में 12 टेस्ट मैच खेलने हैं।
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अभी तक अश्विन विदेशों में जूझते दिखे हैं और उनके पास मौका होगा यह सिद्ध करने का कि वह सिर्फ घर के शेर नहीं हैं। अगर अश्विन के खेल को देखते हुए अनुमान लगाया जाए तो वो 2020 तक 500 क्लब में शामिल हो सकते हैं और यही नहीं वो मुरलीधरन के 800 विकेटों के रिकॉर्ड को भी चुनौती दे सकते हैं क्योंकि उनमें कभी 7-8 साल क्रिकेट बचा है।
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#5. नाथन लियोन (ऑस्ट्रेलिया) 269 विकेट
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नाथन लियोन को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास का सबसे अच्छा ऑफ स्पिनर माना जाता है। 2011 में पदार्पण करने के बाद से लियोन कंगारुओं के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आये हैं और सबसे बड़ी बात है कि उन्होंने ज्यादातर विकेट तेज गेंदबाजों के मददगार पिच पर ली है। ऑस्ट्रेलिया के पिछले घरेलू सत्र में पिच से कुछ खास मदद नहीं मिलने के बावजूद उन्होंने 17 विकेट हासिल किए।
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लियोन महान रिची बेनौड और जेसन गिलेस्पी जैसे गेंदबाज को पीछे छोड़ ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में 7वें स्थान पर पहुंच चुके हैं। साल 2017 में उन्होंने अभी तक 21.96 की औसत से 46 विकेट हासिल किये हैं। लियोन अभी 29 साल के हैं और उनमें अभी 7-8 साल क्रिकेट बाकी है। वो भारतीय उपमहाद्वीप में जितना ज्यादा खेलेंगे उनके विकेट उतनी ही तेजी से बढ़ेगी और यह उन्हें जल्द और 500 क्लब तक पहुंचा सकती है। आंकड़ों को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि नाथन लियोन 2022 तक 500+ विकेट लेने वाले गेंदबाजों से शामिल हो सकते हैं।
Edited by Staff Editor