ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर हाल ही में कई गलत कारणों के लिए खबर में रहे हैं। इस बाएं हाथ के बल्लेबाज का करियर कई विवादों के कारण ढ़क गया है। एक बार नहीं बल्कि वार्नर अक्सर अति भावनात्मक होने के कारण कई बार मुसीबत में पड़ चुके हैं। डेविड वॉर्नर टी-20 क्रिकेट में कुछ ताबड़तोड़ पारियों के साथ अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में सामने आये। उनकी बल्लेबाजी कौशल देखकर पता चला कि वह एक विशेष खब्बू बल्लेबाज थे। आखिरकार, उन्हें तीनों प्रारूपों में ऑस्ट्रेलिया को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल गया। क्रिकेट फील्ड में इस खिलाड़ी की क्षमता और पॉवर पर कोई शक नहीं किया जा सकता है। लेकिन उनके ऑफ-फील्ड विवादों ने अक्सर उनके करियर पर सवालिया निशान खड़े कर दिये हैं। आईये नजर डालते हैं वॉर्नर से जुड़े पांच विवादों पर।
#5 जो रूट को मुक्का मारना
यह घटना चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले मैच के बाद हुई थी। इंग्लैंड ने मैच में ऑस्ट्रेलिया से बेहतर प्रदर्शन किया। ऐसे में जब खिलाड़ी मैच के बाद एक पब में मौज मस्ती कर रहे थे तब गुस्से में नजर आ रहे वॉर्नर ने जो रूट को मुक्का मारने की कोशिश की। जब यह खबर बाहर आयी तो उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम से बर्खास्त कर दिया गया था। बाद में उन्होंने सार्वजनिक रूप से रूट से माफी मांगी। फिर 2013 में एशेज सीरीज में वॉर्नर की टीम में वापसी हो सकी। वॉर्नर ने बाद में इस मामले पर प्रकाश डाला कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया था। उनके के अनुसार, उन्होंने महसूस किया कि रूट दाढ़ी वाली विग का उपयोग करके मुसलमानों का मज़ाक उड़ा रहे थे, जिस कारण से यह पूरी गलतफहमी हुई।
#4 ट्वीट वॉर
वॉर्नर अपने ट्वीट्स में दो अलग-अलग अवसरों पर कड़े शब्दों का उपयोग करके गलत फंस चुके हैं। उनके ट्वीट्स को क्रिकेट समुदाय में पसंद नहीं किया गया और उन्हें व्यापक स्तर आलोचना का सामना करना पड़ा। पहली घटना तब हुई जब ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ब्रेट ग्वि्स ने ट्विटर पर उनकी बल्लेबाजी को लेकर मजाक किया। और वॉर्नर इसे ऐसे ही जाने नहीं दे सकते थे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से ट्वीट्स की एक श्रृंखला में पूर्व तेज गेंदबाज का अपमान किया, फिर आखिर में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप करके इसे रोकना पड़ा। वहीं दूसरा वाकयुद्ध एक पत्रकार और वॉर्नर के बीच हुआ, जब आईपीएल मैच फिक्सिंग के बारे में एक लेख उनकी तस्वीर के साथ प्रकाशित हुआ था। वॉर्नर ने इस मुद्दे के लिए पत्रकार को कई बातें सुनायी और ट्वीट्स में सार्वजनिक रूप से कई गलत बातों का प्रयोग भी किया।
#3 जोनाथन ट्रॉट पर तंज
एशेज 2013 सभी समय की सबसे शत्रुतापूर्ण श्रृंखला में से एक थी। मिचेल जॉनसन इंग्लिश बल्लेबाजी लाइन के खिलाफ शानदार थे और उनकी गेंदबाजी का जवाब इंग्लिश टीम के पास नहीं था। वह लगातार मैच पर मैच हारते जा रहे थे। जोनाथन ट्रॉट इंग्लैंड के उन बल्लेबाजों में रहे जो प्रदर्शन कर रहे थे। हालांकि, ट्रॉट को उनके चल रहे तनाव और चिंता से संबंधित मुद्दों के कारण दौरे के बीच में जाना पड़ा था। वह कुछ समय के लिए अपनी स्थिति पर विचार कर रहे थे। इस तरह के नाजुक समय में, ट्रॉट पर वॉर्नर का आकलन क्रिकेट बिरादरी लिए अच्छा नहीं रहा। वॉर्नर ने कहा, "ऐसा लगता है कि इस समय वे डर गए हैं और आज जिस तरह से ट्रॉट बाहर हुए, वह बहुत खराब और बहुत कमजोर था।" एंडी फ्लॉवर ने उनकी टिप्पणी को अपमानजनक बताया, जबकि ऑस्ट्रेलिया के कई अन्य लोगों ने भी दोहराया कि साथी क्रिकेटरों पर ऐसी सार्वजनिक टिप्पणी पूरी तरह अनावश्यक थी।
#2 डी कॉक के साथ कहासुनी
दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया विश्व में सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीमों में शामिल हैं। ऐसे में इन दो धुरंधर टीमों के बीच होने वाली श्रृंखला हमेशा रोमांचक और एक्शन से भरी होती है। हालांकि, वर्तमान श्रृंखला ने दोनों पक्षों से निरंतर छींटाकशी के साथ दुश्मनी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कम या ज्यादा, स्लेजिंग इन दिनों क्रिकेट संस्कृति का एक हिस्सा बन गया है और ऐसा ही वाक्या वॉर्नर और क्विंटन डी कॉक के बीच हुआ, जो काफी दूर तक गया। दोनों खिलाड़ियों के बीच का यह आपसी विवाद उस वक्त कैमरे में कैद हो गया, जब वे अपने-अपने ड्रेसिंग रूम की तरफ रुख कर रहे थे। उसी वक्त डेविड वॉर्नर बेहद गुस्से में डी कॉक पर भड़कते हुए नजर आए। इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ सहित दोनों टीमों के बाकी खिलाड़ी भी मामले को शांत करवाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन डेविड वॉर्नर इस पूरी घटना में क्विंटन डी कॉक पर बुरी तरह हावी होते नजर आए। इस वाक्ये को घटनाओं की एक लंबी सूची में शामिल किया गया जहां वॉर्नर ने क्रिकेट की सीमाओं को पार किया है। इस घटना से उनकी मैच फीस में 75% का जुर्माना लगाया गया था और 3 डिमरेट पॉइंट्स दिये गये।
#1 वॉर्नर और बॉल टैंपरिंग
2010 में स्पॉट-फिक्सिंग के बाद शायद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सामने आने वाला सबसे बड़ा स्कैंडल। बॉल टैंपरिंग यानि गेंद से छेड़छाड़ की घटना ने दुनिया भर के प्रशंसकों और क्रिकेटरों को चौंका दिया। बॉल टैंपरिंग मैच-फिक्सिंग के जैसा बड़ा अपराध नहीं है। हालांकि, यह मैच के रूख को बदलने के लिए किया गया एक जानबूझकर और सुनियोजित प्रयास है जिसने ऑस्ट्रेलियाई टीम को गंभीर मुसीबत में डाल दिया है। बैनक्रॉफ्ट के अपने पैंट में टेप को छिपाने के बाद, स्मिथ ने स्वीकार किया कि इस घटना की योजना पहले से बनाई गई थी और यह बात टीम का 'नेतृत्व समूह' पहले से ही जानता था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की जांच से कुछ चौंकाने वाला विवरण सामने आये है। रिपोर्ट के मुताबिक वॉर्नर ही वह शख्स थे जिसने बैंनक्रॉफ्ट को सिखाया था कि गेंद की स्थिति कैसे बदलनी है। इसके बाद, वॉर्नर और स्टीव स्मिथ को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के द्वारा एक साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है जबकि बैंनक्रॉफ्ट को 9 माह का प्रतिबंध दिया गया है। यह नवीनतम घटना वॉर्नर के कभी ना खत्म होने वाली विवादों और झगड़ों की एक लंबी सूची में अंतिम साबित हो सकती है। इस समय बाएं हाथ के बल्लेबाज का करियर अधर में लटका नजर आता है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका भविष्य अंधकारमय दिख रहा है। लेखक- तरुण कुमार सिंह अनुवादक- सौम्या तिवारी