#1 वॉर्नर और बॉल टैंपरिंग
2010 में स्पॉट-फिक्सिंग के बाद शायद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सामने आने वाला सबसे बड़ा स्कैंडल। बॉल टैंपरिंग यानि गेंद से छेड़छाड़ की घटना ने दुनिया भर के प्रशंसकों और क्रिकेटरों को चौंका दिया। बॉल टैंपरिंग मैच-फिक्सिंग के जैसा बड़ा अपराध नहीं है। हालांकि, यह मैच के रूख को बदलने के लिए किया गया एक जानबूझकर और सुनियोजित प्रयास है जिसने ऑस्ट्रेलियाई टीम को गंभीर मुसीबत में डाल दिया है। बैनक्रॉफ्ट के अपने पैंट में टेप को छिपाने के बाद, स्मिथ ने स्वीकार किया कि इस घटना की योजना पहले से बनाई गई थी और यह बात टीम का 'नेतृत्व समूह' पहले से ही जानता था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की जांच से कुछ चौंकाने वाला विवरण सामने आये है। रिपोर्ट के मुताबिक वॉर्नर ही वह शख्स थे जिसने बैंनक्रॉफ्ट को सिखाया था कि गेंद की स्थिति कैसे बदलनी है। इसके बाद, वॉर्नर और स्टीव स्मिथ को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के द्वारा एक साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है जबकि बैंनक्रॉफ्ट को 9 माह का प्रतिबंध दिया गया है। यह नवीनतम घटना वॉर्नर के कभी ना खत्म होने वाली विवादों और झगड़ों की एक लंबी सूची में अंतिम साबित हो सकती है। इस समय बाएं हाथ के बल्लेबाज का करियर अधर में लटका नजर आता है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका भविष्य अंधकारमय दिख रहा है। लेखक- तरुण कुमार सिंह अनुवादक- सौम्या तिवारी