पाकिस्तान की जीत का हमेशा सबसे बड़ा कारण उनकी मजबूत गेंदबाज़ी रही है। लेकिन टेस्ट मैचों में पिछले तीन साल में पाक टीम ने काफी सुधार किया है। जिसमें सबसे बड़ी भूमिका मिस्बाह उल हक और युनिस खान की रही है। उसके बाद युवा अजहर अली और असद शफीक ने पाक की बल्लेबाज़ी को और मजबूती प्रदान की है। अबूधाबी में पाकिस्तान ने इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेलते हुए 6 बार 500 से ज्यादा स्कोर बनाया है। इसके अलावा एक बार इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में 500 रन बनाए हैं। इसके अलावा बांग्लादेश के खिलाफ पाक ने एक बार 600 का आंकड़ा भी छुआ है। हालांकि पाक ने अंतिम दो वर्षों में सिर्फ तीन बार ही 500 का आंकड़ा छुआ है। इस दौरान पाकिस्तान ने 14 में जीत और 13 में हार का सामना किया है। इस दौरान पाकिस्तान का औसत 36.4 का रहा है। इसीलिए ऑस्ट्रेलिया और भारत के बाद इस लिस्ट में पाक का नाम है।