दिसम्बर के दूसरे हफ़्ते में टेस्ट मैच हो या एक दिवसीय क्रिकेट क्रिकेट के दोनों ही प्रारूपों में मेज़बान टीमों ने मैच पर अपनी पकड़ बनाए रखी है। जिसमें वीमेन बीग बैश लीग में स्टार महिला क्रिकेटर्स का बेहतरीन प्रदर्शन भी शामिल है। नि:संदेह इस बीच कई शानदार पारियां खेली गई और कुछ ऐसी पारियां भी देखने को मिली जिसने कई खिलाड़ियों को स्टार बना दिया। हाल के दिनों में दो खिलाड़ी भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलिया के उप-कप्तान डेविड वॉर्नर का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। साल का तीसरा दोहरा शतक लगाने वाले कोहली के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड के पहली पारी में 400 रन बनाने के बावजूद इंडिया विजयी रहा। उधर वॉर्नर ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ लगातार शतक जड़ा जिससे ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज़ पर ना केवल क़ब्जा किया बल्कि 3-0 से न्यूज़ीलैंड का पूरी तरह सफ़ाया कर दिया। आइये नज़र डालते है विराट कोहली और डेविड वॉर्नर के साथ उन टॉप पांच क्रिकेटर्स पर जिनका प्रदर्शन इस हफ़्ते में सबसे प्रभावी रहा। #5 हरमनप्रीत कौर वीमेन बीग बैस लीग (WBBL) में अपने ऑल राउंड परफार्मेंश से हरमनप्रीत कौर ने टीम में अपनी ख़ास जगह बना ली है। सिडनी थंडर वुमन टीम की ओर से मेलबॉर्न स्टार्स वुमन टीम के ख़िलाफ़ खेलते हुए 27 साल की हरमनप्रीत कौर ने हरफ़नमौला खेल का प्रदर्शन किया। हरमनप्रीत ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 27 रन देकर 4 विकेट झटके जिससे मेलबॉर्न स्टार्स वुमन टीम 20 ओवर में 116 रन पर ही सिमट गई। यही नहीं हरमनप्रीत जब 14वें ओवर में बल्लेबाज़ी करने आई तब उनकी टीम का स्कोर 77रन पर दो विकेट था। हरमनप्रीत ने शानदार खेल दिखाते हुए 21 बॉल पर 30 रन बनाए जिसमें 3 चौके और दो छक्के शामिल थे।
विराट कोहली के साथ मिलकर जयंत यादव ने पिछले टेस्ट में शानदार शॉट्स लगाते हुए अपना पहला शतक बनाया जिसकी वजह से मुरली विजय को इस टॉप-5 से लिस्ट से बाहर होना पड़ा। यादव ने 204 बॉल में 15 बेहतरीन चौकों की मदद से 105 रन की शतरीय पारी खेली। जब यादव बल्लेबाज़ी करने क्रीज़ पर आए तब इंडिया इंग्लैंड के स्कोर से 36 रन पीछे था लेकिन यादव को धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी करते देख कोहली ने अपना नेचुरल गेम खेलना जारी रखा। अपने कप्तान के साथ मिलकर जयंत ने आठवें विकेट के लिए एक बड़ी और शानदार साझेदारी की जिसने भारत को मैच ना केवल बढ़त दिलाई बल्कि एक ऐसी स्थिति में लाकर खडा कर दिया जहां से मैच हारना असंभव सा हो गया। इस बेहतरीन टेस्ट शतक के साथ जयंत नौवें नंबर पर आकर सैकड़ा जमाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी बन गए है। 26 साल के जयंत ने गेंद के साथ भी एक अहम रोल अदा किया। उन्होंने जो रूट का कीमती विकेट भी झटका जो 77 रन बनाकर भारत के लिए ख़तरा बनते जा रहे थे। इस विकेट के गिरने के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ी एक के बाद एक आउट होते गए। #3 रविचंद्रन अश्विन अश्विन ने भले ही इस बार बल्ले से कुछ ख़ास नहीं किया लेकिन गेंद के साथ अश्विन का प्रदर्शन बहुत ही प्रभावशाली और शानदार रहा। वैसे हाल के दिनों में भारत में अश्विन का ऐसा प्रदर्शन पर शानदार ही रहा है। वानखेड़े में चौथे टेस्ट के दौरान अश्विन ने दोनों पारियों में 6-6 विकेट झटके। जिसने उन्हें कई टेस्ट मैचों में उन्हें 5 विकेट से ज्यादा विकेट लेने वालों की फ़ेहरिस्त में शामिल कर दिया। पहली पारी में अश्विन ने इंग्लैंड के टॉप आर्डर के 7 बल्लेबाज़ों में से 5 तो को अपना शिकार बनाया। पहली पारी में अश्विन ने 44 ओवर में 112 रन देकर कुल 6 विकेट झटके। वहीं दूसरी पारी में अश्विन ने 20.3 ओवर बॉल में 55 रन देकर इंग्लैंड की टीम का मध्यम क्रम ध्वस्त करते हुए 6 विकेट अपने नाम किया। तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने इस मैच में 167 रन देकर 12 विकेट लिया जो वानखेड़े में दूसरा सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। इससे पहले 1980 में इयान बॉथम ने 106 रन देकर 13 विकेट लिया था। #2 डेविड वॉर्नर उप-कप्तान बनने के बाद वॉर्नर का खेल काफी बदला सा गया है। वह और भी ख़तरनाक हो गए है। अपने शानदार प्रदर्शन के बदौलत वॉर्नर को आज दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक माना जाता है। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ एक दिवसीय मैच में वॉर्नर की 115 बॉल पर शानदार 119 रन की पारी ने ऑस्ट्रेलिया को 50 ओवर में 378 रन के विशाल स्कोर के साथ मजबूत स्थिति में खड़ा कर दिया। हालाकि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में हुए तीसरे एक दिवसीय मैच में वॉर्नर का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 264 रन ही था और उसमें भी वॉर्नर ने अकेले ही शानदार 156 रन बनाए। बांए हाथ के इस बल्लेबाज़ ने 128 बॉल में ही 13 चौकों और 4 छक्को की मदद से शानदार 156 रन बनाए। उनके इस बेहतरीन पारी ने न्यूज़ीलैंड को मिलने वाली एक इकलौती जीत की आशा को निराशा में बदल दिया। # 1 विराट कोहली वानखेड़े में हो रहे चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन पुराजा के आउट होने के बाद जब विराट कोहली बल्लेबाज़ी करने क्रीज़ पर उतरे तो इंडिया अभी भी इंग्लैड से 254 रन पीछे था। लेकिन कोहली ने मुरली विजय के साथ मिलकर कई बेहतरीन शॉट्स लगाए। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 116 रन जोड़े। मुरली के आउट होने के बाद इंडिया की पारी एक बार फिर लड़खड़ाने लगी। एक समय भारत का स्कोर 6 विकेट पर 306 रन था जो अभी भी इंग्लैंड के स्कोर से 93 रन पीछे था। लेकिन भारतीय कप्तान ने एक बार फिर इंग्लैंड के स्पिनर्स की कमज़ोर गेंदों का फ़ायदा उठाते हुए बड़े शॉट्स खेले। भारत के लिए जडेजा के साथ 57 रन जोड़ने के बाद कोहली ने जयंत के साथ मिलकर 241 रन की विशाल और निर्णायक साझेदारी की। कोहली के इस शानदार खेल ने इंग्लैंड को खेल से बाहर कर दिया। परिणाम स्वरूप पहली पारी में 400 रन की अच्छी पारी खेलने के बाद मैच हारने वाली इंग्लैंड पहली टीम बन गई। कोहली ने 25 चौके और एक छक्के की मदद से 69 रन के स्ट्राइक रेट से बेहतरीन 235 रन बनाए । यही नहीं, एक साल में तीन दोहरा शतक बनाने वाले कोहली दुनिया के पांचवे बल्लेबाज़ है।