उप-कप्तान बनने के बाद वॉर्नर का खेल काफी बदला सा गया है। वह और भी ख़तरनाक हो गए है। अपने शानदार प्रदर्शन के बदौलत वॉर्नर को आज दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक माना जाता है। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ एक दिवसीय मैच में वॉर्नर की 115 बॉल पर शानदार 119 रन की पारी ने ऑस्ट्रेलिया को 50 ओवर में 378 रन के विशाल स्कोर के साथ मजबूत स्थिति में खड़ा कर दिया। हालाकि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में हुए तीसरे एक दिवसीय मैच में वॉर्नर का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 264 रन ही था और उसमें भी वॉर्नर ने अकेले ही शानदार 156 रन बनाए। बांए हाथ के इस बल्लेबाज़ ने 128 बॉल में ही 13 चौकों और 4 छक्को की मदद से शानदार 156 रन बनाए। उनके इस बेहतरीन पारी ने न्यूज़ीलैंड को मिलने वाली एक इकलौती जीत की आशा को निराशा में बदल दिया।