वानखेड़े में हो रहे चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन पुराजा के आउट होने के बाद जब विराट कोहली बल्लेबाज़ी करने क्रीज़ पर उतरे तो इंडिया अभी भी इंग्लैड से 254 रन पीछे था। लेकिन कोहली ने मुरली विजय के साथ मिलकर कई बेहतरीन शॉट्स लगाए। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 116 रन जोड़े। मुरली के आउट होने के बाद इंडिया की पारी एक बार फिर लड़खड़ाने लगी। एक समय भारत का स्कोर 6 विकेट पर 306 रन था जो अभी भी इंग्लैंड के स्कोर से 93 रन पीछे था। लेकिन भारतीय कप्तान ने एक बार फिर इंग्लैंड के स्पिनर्स की कमज़ोर गेंदों का फ़ायदा उठाते हुए बड़े शॉट्स खेले। भारत के लिए जडेजा के साथ 57 रन जोड़ने के बाद कोहली ने जयंत के साथ मिलकर 241 रन की विशाल और निर्णायक साझेदारी की। कोहली के इस शानदार खेल ने इंग्लैंड को खेल से बाहर कर दिया। परिणाम स्वरूप पहली पारी में 400 रन की अच्छी पारी खेलने के बाद मैच हारने वाली इंग्लैंड पहली टीम बन गई। कोहली ने 25 चौके और एक छक्के की मदद से 69 रन के स्ट्राइक रेट से बेहतरीन 235 रन बनाए । यही नहीं, एक साल में तीन दोहरा शतक बनाने वाले कोहली दुनिया के पांचवे बल्लेबाज़ है।