महिला जयावर्धने और कुमार संगकारा के संन्यास के बाद श्रीलंका टीम के कप्तान मैथ्युज़ अपनी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। एक अच्छे खिलाडी के साथ साथ मैथ्युज़ श्रीलंका टीम के लिए एक बेहतरीन कप्तान भी साबित हुए हैं। मैथ्युज़ ने साल 2008 में ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध वनडे में अपना डेब्यू किया था। हालांकि टेस्ट में मैथ्युज़ एक बल्लेबाज़ के रूप में ही खेला करते हैं लेकिन दूसरे फोर्मेट में ये गेंदबाजी कर टीम के संतुलन को बरकरार रखते हैं। साल 2010 में इन्होंने लसिथ मलिंगा के साथ मिलकर नौवें विकट के लिए 132 रनों की साजेदारी की थी, इस साजेदारी की बदौलत श्रीलंका टीम ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध मैच जीतने में कामयाब हो पाया था। मैथ्युज़ के नाम 179 मैचों में 40.10 के औसत से 4,452 रन दर्ज हैं और इसी के साथ मैथ्युज़ के नाम वनडे में 111 विकट भी दर्ज हैं।