एबी डीविलियर्स का नाम लेते ही 2008 में अहमदाबाद में खेली गई उनकी 217 रनों की मैराथन पारी याद आ जाती है | उन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में दुनिया की हर पिच पर रन बनाए हैं, लेकिन भारत में उनका प्रदर्शन औसत ही रहा है | अहमदाबाद की डबल सेंचुरी के अलावा उनकी टेस्ट में और कोई भारत में यादगार पारी नहीं रही है | भारत मेॆ उनका अगला उच्चतम स्कोर 85 रन का था, जो उन्होंने बैंगलूरु में अपने सौंवें टेस्ट मैच में बनाया था, ये मैच बारिश की वजह से धुल गया था | हालांकि भारतीय स्पिनरों को कैसे खेलना है ये बात उन्हें अच्छी तरह से पता है | डीविलियर्स ने 9 टेस्ट मैचों में 45 की औसत से 630 रन बनाए हैं, जो कि उनकी प्रतिभा के साथ मैच नहीं खाते हैं, वो इससे कहीं ज्यादा के बड़े खिलाड़ी हैं | फॉस्ट बॉलर हो या स्पिनर डीविलियर्स सबको अपने अंदाज में ही खेलते हैं | भारत में अपना आखिरी टेस्ट मैच उन्होंने जिस पिच पर खेला था, वो काफी विवादास्पद था, गेंद मीलों घूम रही थी, यहां तक कि भारतीय बल्लेबाजों को भी कुछ समझ में नहीं रहा था | फिर भी उस मुश्किल परिस्थिति में उन्होंने अश्विन, जाडेजा और मिश्रा जैसे स्पिनरों के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की | भारत में उनके नाम एक शतक एक दोहरा शतक और 3 अर्धशतक हैं | लेकिन भारतीय फैंस को उम्मीद है कि डीविलियर्स दोबारा भारत आकर अपना औसत जरुर सुधारेंगे | डीविलियर्स वर्तमान में सिर्फ अकेले ऐसे क्रिकेटर हैं जो अपनी पूरी क्षमता के साथ अभी स्कोर नहीं कर पा रहे हैं , जिसके लिए वो जाने जाते हैं |