यूँ तो ऑस्ट्रेलियाई टीम ने विश्व क्रिकेट में अपनी मजबूत धाक लम्बे समय से बना रखी है। लेकिन ऐसे कई मौके आये हैं, जब इस टीम को बुरी तरह से पराजय भी झेलनी पड़ी है। हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई टीम को श्रीलंका से टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा उसके बाद टीम टी-20 वर्ल्डकप में भी फ्लॉप साबित हुई थी। लेकिन कुछ दिनों पहले सम्पन्न हुई दक्षिण अफ्रीका के साथ वनडे सीरीज में कंगारुओं को शर्मिंदा होने वाली हार का सामना करना पड़ा। आज हम आपको ऐसे ही 5 मौकों के बारे में बता रहे हैं, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम को बुरी हार शिकस्त झेलनी पड़ी है: भारत से 4-0 की हार ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के इतिहास की सबसे शर्मिंदा कर देने वाली सीरीज थी। जिसमें मेजबान भारतीय टीम ने माइकल क्लार्क की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को टेस्ट सीरीज में 4-0 से हराया था। इस टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रदर्शन मैदान पर तो खराब ही था साथ ही मैदान के बाहर उनके साथ विवाद भी जुड़ा। टीम के कोच मिकी आर्थर के दिए होमवर्क को न पूरा करने की वजह से तीसरे टेस्ट से चार ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिसमें उपकप्तान शेन वाटसन को बाहर कर दिया गया था। मिचेल जॉनसन, उस्मान ख्वाजा और जेम्स पैटिसन भी इस मैच से बाहर कर दिए गये थे। इसके बाद काफी ज्यादा विवाद हुआ था। जिससे टीम का प्रदर्शन भी प्रभावित हुआ था। एशेज 2015 (ट्रेंटब्रिज) एशेज सीरीज 2015 के चौथे मैच में जो ट्रेंटब्रिज में हुआ था। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम को 78 रनों की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। पहली पारी में तो कंगारू 60 रन पर आलआउट भी हो गये थे। इस मैच में स्टुअर्ट ब्राड ने 8 विकेट लिए थे। इस मैच में खराब प्रदर्शन और बतौर कप्तान माइकल क्लार्क ने सन्यास ले लिया था। वहीं इंग्लैंड ने अपने घर में लगातार चौथी बार एशेज सीरीज अपने नाम किया था। जो 19वीं सदी के बाद पहली बार हुआ है। श्रीलंका ने 3-0 से किया सफाया श्रीलंका ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में 3-0 से हराकर क्लीन स्वीप किया। कंगारूओं की शुरुआत अच्छी हुई थी, जहाँ उन्होंने श्रीलंका ने 117 पर आलआउट कर दिया था। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 203 रन बनाये थे। लेकिन श्रीलंका ने अपनी दूसरी पारी में 353 रन बनाये और कंगारू टीम को 161 पर आलआउट करके मैच जीत लिया। वहीं दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को और शर्मसार होना पड़ा और एक बार उनके बल्लेबाज़ स्पिन के सामने बिखर गये। जिससे उन्हें 229 रन से हार का सामना करना पड़ा। 3-0 के इस विजय अभियान में रंगना हेराथ ने यादगार प्रदर्शन किया। तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम 163 पर आलआउट हो गयी थी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया के लिए ये बड़ी शर्मनाक सीरीज रही। दक्षिण अफ्रीका के सामने 47 रन पर आलआउट होना साल 2011 में केपटाउन में पहले टेस्ट के दूसरे दिन 23 विकेट गिरे थे। ये मैच ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच हो रहा था। कंगारू टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 284 रन बनाये थे। जिसमें क्लार्क का शतक भी शामिल थी। जवाब में प्रोटेस टीम 96 रन पर आलआउट हो गयी थी। हालाँकि इस मैच में जब ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी शुरू हुई तो वेर्नान फिलेंडर जिनका ये डेब्यू मैच था उनके दिमाग में कुछ और चल रहा था। उन्होंने अपनी स्विंग का कमाल दिखाते हुए 7 ओवर में 15 रन देकर 5 विकेट लिए और ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 47 रन आलआउट हो गयी। इसके बाद अमला और ग्रीम स्मिथ ने बहुत ही सही समय पर शतक बनाकर 236 रन के टारगेट हासिल करके अपनी टीम को मैच जिता दिया। वनडे में दक्षिण अफ्रीका से मिली 5-0 की हार साल 2016 ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए खासा अच्छा नहीं रहा है। जहाँ टेस्ट में श्रीलंका के हाथों टीम को 3-0 से हार का सामना करना पड़ा तो वहीं दक्षिण अफ्रीका से वनडे में 5-0 से हार का सामना करना पड़ा। वनडे में पहली बार ऑस्ट्रेलिया का सूपड़ा साफ़ हुआ है। साथ ही दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे वनडे में तो 371 के लक्ष्य को भी हासिल कर लिया था। अखिरी वनडे में तो ऑस्ट्रेलियाई टीम वार्नर के शानदार 173 की पारी के बावजूद भी 31 रनों से हार गयी। जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम और ज्यादा शमर्सार हुई। लेखक-मनीष पाठक, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी