#1 शारजाह कप फाइनल में भारत द्वारा मिली 38 रनों की हार, शारजाह 1985
सच्चाई यह है कि 1980 और 1990 के दशक में पाकिस्तान खेल के सभी प्रारूपों में भारत पर हावी था और शायद यही वजह है कि अपने सबसे बड़े दुश्मन के खिलाफ फाइनल में 126 का पीछा करने में उनकी विफलता उनके एकदिवसीय इतिहास में सबसे शर्मनाक हार मानी जाती है। जावेद मियांदाद का पहले बल्लेबाजी करने का फैसला उनके लिए एक मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ क्योंकि इमरान खान ने मैच की पहली गेंद पर रवि शास्त्री को पवेलियन भेज दिया और फिर पाकिस्तानी दिग्गज ने 5 और विकेट लेकर (10 ओवरों में 14 रन देकर 6 विकेट लिए) भारतीय टीम की पूरी तरह से बिखेर दिया। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 47 रन बनाए और भारत ने किसी तरह से 100 रन पार करते हुए स्कोरबोर्ड पर 125 रन लगाये। पाकिस्तान की शानदार बल्लेबाजी लाइन के खिलाफ भारत के लिए बहुत उम्मीद नहीं थी और जब वह एक समय 35 रन पर 1 विकेट के स्कोर तक पहुंचने के बाद उनकी जीत बहुत ही आसान दिख रही थी। हालांकि पतन की शुरुआत वहीं से हुई। रोजर बिन्नी ने मुदस्सार नज़र को आउट किया और फिर जावेद मियांदाद, अशरफ अली और इमरान खान बिना कोई रन बनाये आउट हो गये। अचानक पाकिस्तान का स्कोर 41 रन पर 5 विकेट हो चुका था। भारत ने लगातार हमले किये और आखिरकार उन्हें 87 रनों पर आउट कर दिया, जिससे पाकिस्तान को उनकी सबसे बड़ी शर्मनाक एकदिवसीय हार का सामना करना पड़ा। लेखक- एस समाद्दार अनुवादक- सौम्या तिवारी