7 मैचों की एकदिवसीय सीरीज में दोनों टीमें 2-2 से बराबरी पर थी और 5वाँ मैच हैदराबाद में होने वाला था। दोनों टीमें इस मैच को जीत कर सीरीज में बढ़त बनाना चाहती थी. टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 50 ओवर में 350-4 रन बनाएं। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से शॉन मार्श ने 112, वाटसन ने 93 और कैमरुल वाइट ने 57 रनों का योगदान दिया। 351 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को सचिन-सहवाग की सलामी जोड़ी ने अच्छी शुरुआत दिलाई, दोनों ने पहले विकेट के लिए 66 रन जोड़े। उसके बाद नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे और 24 ओवर में टीम का स्कोर 162-4 हो गया। इसके बाद सचिन और रैना ने विपक्षी गेंदबाजों पर धावा बोल दिया और अगले 19 ओवर में 137 रन जोड़ डाले. 43वें ओवर में जब रैना आउट हुए तो टीम को जीत के लिए 52 रनों की दरकार थी और सचिन दूसरे छोर पर टिके थे। लेकिन, उस दिन करोड़ों भारतीय खेल प्रेमिओं का दिल टूटने वाले था। जब भारत को जीत के लिए 18 गेंदों में 19 रन बनाने थे तभी सचिन 175 रन बना कर आउट हो गये। भारत का निचला क्रम लक्ष्य तक पहुँचाने में असफल रहा और भारत को 3 रनों से हार झेलनी पड़ी।