तेज और आक्रामक ढंग से गेंदबाजी करने वाले डेल स्टेन दुनियाभर के बल्लेबाजों के लिए खौफ का दूसरा नाम हैं। सफेद गेंद हो या लाल गेंद स्टेन की तेजी और आक्रमकता में कभी कोई कमी नहीं आती। अपनी गेंदबाजी से स्टेन ने दक्षिण अफ्रीका को कई मैच जिताए हैं। बेहतरीन रन-अप, स्मूथ एक्शन और बेहतरीन स्विंग डेल स्टेन के पास सब कुछ है। स्टेन ने 2004 में एबीडिविलियर्स के साथ डेब्यू किया था। लेकिन डेब्यू सीरीज में ज्यादा सफलता नहीं मिलने के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा और फॉर्म वापस पाने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना पड़ा। लेकिन जब उन्होंने दोबारा वापसी की तो जोरदार वापसी की। 2007 में न्यूजीलैंड के खिलाफ धमाकेदार वापसी के साथ ही उन्होंने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2007/08 के सीजन में स्टेन एकदम अलग अंदाज में दिखे। अपनी गेंदबाजीं से स्टेन ने दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशान किया। पूरे सीजन में स्टेन ने शानदार गेंदबाजी की और 14 मैचों में 16.24 की औसत से 76 विकेट चटकाए। इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए स्टेन को 2008 का 'आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द् ईयर' चुना गया। 2008 से 2014 तक स्टेन गेंदबाजी रैकिंग में नंबर एक पर रहे। इस दौरान उन्होंने रिकॉर्ड 263 विकेट चटकाए। टेस्ट मैचों में स्टेन के नाम 22.63 की औसत से 417 विकेट हैं, जबकि वनडे मैचों में उन्होंने 26.62 की औसत से 180 विकेट चटकाए हैं।