टॉप 5 फिनिशर जो चैंपियंस ट्रॉफी में खेलेंगे

morris-1486477624-800

वनडे क्रिकेट में मैच फिनिशर की भूमिका काफी अहम होती है। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज माइकल बेवन को कौन भूल सकता है, जिन्होंने अपनी अलग बल्लेबाजी से फिनिशिंग की एक नई परिभाषा गढ़ी। वो अंत तक क्रीज पर डटे रहते थे और मैच खत्म करके ही लौटते थे। वहीं दूसरी तरफ लांस क्लूजनर ने भी दिखाया कि मैच फिनिशर केवल माइकल बेवन ही नहीं थे बल्कि उनके अंदर भी ये प्रतिभा कूट-कूटकर भरी हुई थी। पूरे विश्व कप में क्लूजनर ने अपनी बल्लेबाजी से दक्षिण अफ्रीकी टीम को जीत दिलाई थी। मैच फिनिशिंग क्या होती है, ये कोई महेंद्र सिंह धोनी से पूछे। उन्होंने वर्ल्ड क्रिकेट को बताया कि फिनिशिंग एक कला है। धोनी मैच को अंतिम ओवर तक ले जाते हैं और ऐसे समय में जब बहुत ज्यादा दबाव होता है, गेंदबाज और बल्लेबाज के बीच एक तरह का युद्ध चल रहा होता है धोनी मैच जिताकर लाते हैं। धोनी जानते हैं कि गेंदबाज पर काबू कैसे पाया जाए। वो गेंद डालने से पहले ही गेंदबाज पर मानसिक दबाव बनाने वाले बल्लेबाज हैं। 2017 में एक और आईसीसी ट्रॉफी का आयोजन होना है। इंग्लैंड में दुनिया की 8 सर्वश्रेष्ठ टीमों के बीच चैंपियंस ट्रॉफी खेली जाएगी। इसमें दुनिया की 8 दिग्गज टीमें हिस्सा लेंगी। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं इन्हीं टीमों के 5 सर्वश्रेष्ठ मैच फिनिशरों के बारे में। 5. क्रिस मॉरिस साउथ अफ्रीका का ये ऑलराउंडर काफी अच्छा मैच फिनिशर माना जाता है। ज्यादा समय नहीं बीता है जब उन्हें एक ऐस तेज गेंदबाज के रुप में जाना जाता था जो कि 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करता था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ उनकी एक मैच विनिंग पारी ने इस धारणा को बदल दिया। मोरिस की आक्रामक और निर्भीक बल्लेबाजी दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम के लिए काफी अहम हो जाती है। मोरिस के नाम एकदिवसीय क्रिकेट में सिर्फ एक अर्धशतक है जो कि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लगाया था। लेकिन जिस तरह से आखिर के ओवरों में वो बल्लेबाजी करते हैं उससे टीम की रन गति काफी तेजी से बढ़ जाती है। लांस क्लूजनर के अलावा डेथ ओवरों में इस तरह की बल्लेबाजी साउथ अफ्रीका के लिए शायद ही किसी बल्लेबाज ने की हो। 4. जोस बटलर buttler-1486477643-800 इंग्लैंड का ये विकेटकीपर बल्लेबाज 360° का प्लेयर है। बटलर वनडे क्रिकेट के एक धाकड़ बल्लेबाज हैं और बिना किसी डर के आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं। 2015 वर्ल्ड कप के बाद से इंग्लिश टीम में काफी बदलाव आया है और बटलर उस बदलाव का एक हिस्सा हैं। 2015 वर्ल्ड कप से अब तक बटलर 29 वनडे मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 49.45 की औसत से 989 रन बनाए हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि इस दौरान बटलर ने 3 शतक लगाए और हर शतक के दौरान उनका स्ट्राइक रेट 135 से भी ज्यादा का रहा। पिछले कुछ समय में उन्होंने कई तूफानी पारियां खेली हैं, जिसमें कार्डिफ में श्रीलंका के खिलाफ 70 रनों की बेहतरीन पारी, उसी सीरीज में नॉटिंघम वनडे मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 51 गेंदों पर खेली गई 90 रनों की धुंआधार पारी शामिल है। बटलर एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो कभी भी अपना गियर चेंज कर सकते हैं और महज कुछ ही ओवर मैच का रुख पलट सकते हैं। 3. मार्क्स स्टोइनिस marcus-stoinis-1486477657-800 ऑस्ट्रेलिया का ये ऑलराउंडर खिलाड़ी अभी वर्ल्ड क्रिकेट के लिए नया है, लेकिन आखिर के ओवरो में इसकी बल्लेबाजी को कम करके आंका नहीं जा सकता। स्टोइनिस गेंद को हिट करने में सक्षम है, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम को निचले क्रम में काफी फायदा होगा। इससे पहले जेम्स फॉक्नर को ऑस्ट्रेलियाई टीम में मैच फिनिशर माना जाता था, लेकिन चोट की वजह से उनका क्रिकेट काफी प्रभावित हुआ। ठीक इसी समय स्टोइनिस की एंट्री हुई। फॉक्नर टीम में मुख्य रुप से तेज गेंदबाज की ही भूमिका में रहते हैं, क्योंकि कंगारु टीम को स्टोइनिस के रुप में एक बेहतरीन फिनिशर मिल गया है। स्टोइनिस फॉक्नर की ही तरह मैच फिनिश करने में पूरी तरह सक्षम हैं। उनकी काबिलियत का अंदाजा इसी बात से लगता है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ बड़े स्कोर का पीछा करते हुए दबाव में उन्होंने 146 रनों की मैराथन पारी खेली थी। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम वो मैच हार जरुर गई थी, लेकिन अपनी बल्लेबाजी से स्टोइनिस ने दिखा दिया था कि उनके अंदर कितनी प्रतिभा है। 11वें नंबर के बल्लेबाज के साथ स्टोइनिस ने 50 रनों की साझेदारी कर डाली और उसे एक भी गेंद का सामना नहीं कर दिया, इससे पता चलता है कि वो किस स्तर के खिलाड़ी हैं। 2. डेविड मिलर miller-1486477728-800 दक्षिण अफ्रीका के इस धाकड़ बल्लेबाज को कौन नहीं जानता है, अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से मिलर ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। यही वजह है कि उन्हें वर्ल्ड के बेहतरीन फिनिशरों में से एक माना जाता है। मिलर एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो बड़ी आसानी से गेंद को सीमा पार पहुंचा देते हैं और देखते ही देखते ही कुछ ही ओवरों के अंदर मैच का नक्शा ही पलट देते हैं। कुछ ही महीने पहले डरबन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई उनकी धमाकेदार शतकीय पारी को कौन भूल सकता है जो उन्होंने 371 रनों का पीछा करते हुए लगाया था। उस मैच में मिलर का साथ देने के लिए दूसरे छोर पर केवल टेलेंडर बल्लेबाज ही बचे थे, फिर भी उन्होंने धैर्य नहीं खोया और ज्यादातर स्ट्राइक अपने पास रखते हुए 118 रनों की बेहतरीन पारी खेली। तब से लेकर अब तक मिलर शानदार फॉर्म में हैं। अभी पिछले हफ्ते ही उसी मैदान पर उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ एक और शतक जड़ा। हालांकि अभी वो चोटिल हैं, लेकिन उम्मीद है कि चैंपियंस ट्रॉफी तक वो फिट हो जाएंगे और क्रिकेट फैंस को उनकी शानदार बल्लेबाजी देखने को मिलेगी। 1.महेंद्र सिंह धोनी msd-1486477744-800 क्रिकेट में मैच फिनिशर की बात हो और महेंद्र सिंह धोनी का नाम ना आए, ये हो ही नहीं सकता। धोनी को रन चेज में महारत हासिल है, कई मौकों पर उन्होंने भारतीय टीम को अकेले अपने दम पर जीत दिलाई है। अब वो टीम के कप्तान भी नहीं हैं, इसलिए उन पर कप्तानी का बोझ नहीं है, ऐसे में विपक्षी टीमों के लिए वो काफी खतरनाक बल्लेबाज साबित हो सकते हैं। धोनी ने भारत को इतने मैच जिताए हैं कि उसकी गिनती भी संभव नहीं है। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल मैच की वो पारी कौन भूल सकता है। लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी आत्मविश्वास से लबरेज होते हैं। ऊपरी क्रम में भारत के पास जहां विराट कोहली जैसा दिग्गज बल्लेबाज है तो निचले क्रम में धोनी की बैटिंग भारतीय टीम की बल्लेबाजी में चार चांद लगा देती है। 2015 वर्ल्ड कप से लेकर धोनी अब तक 24 एकदिवसीय मैचों में 38.80 की औसत से 776 रन बना चुके हैं। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में धोनी ने युवराज सिंह के साथ मिलकर शानदार साझेदारी की थी। धोनी ने उस मैच में शतकीय पारी खेली थी और टीम का स्कोर 350 के पार पहुंचाया था। अगर धोनी का बल्ला चैंपियंस ट्रॉफी में चल निकला तो भारतीय टीम को हराना किसी भी टीम के लिए काफी मु्श्किल हो जाएगा।