क्रिकेट में मैच फिनिशर की बात हो और महेंद्र सिंह धोनी का नाम ना आए, ये हो ही नहीं सकता। धोनी को रन चेज में महारत हासिल है, कई मौकों पर उन्होंने भारतीय टीम को अकेले अपने दम पर जीत दिलाई है। अब वो टीम के कप्तान भी नहीं हैं, इसलिए उन पर कप्तानी का बोझ नहीं है, ऐसे में विपक्षी टीमों के लिए वो काफी खतरनाक बल्लेबाज साबित हो सकते हैं। धोनी ने भारत को इतने मैच जिताए हैं कि उसकी गिनती भी संभव नहीं है। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल मैच की वो पारी कौन भूल सकता है। लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी आत्मविश्वास से लबरेज होते हैं। ऊपरी क्रम में भारत के पास जहां विराट कोहली जैसा दिग्गज बल्लेबाज है तो निचले क्रम में धोनी की बैटिंग भारतीय टीम की बल्लेबाजी में चार चांद लगा देती है। 2015 वर्ल्ड कप से लेकर धोनी अब तक 24 एकदिवसीय मैचों में 38.80 की औसत से 776 रन बना चुके हैं। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में धोनी ने युवराज सिंह के साथ मिलकर शानदार साझेदारी की थी। धोनी ने उस मैच में शतकीय पारी खेली थी और टीम का स्कोर 350 के पार पहुंचाया था। अगर धोनी का बल्ला चैंपियंस ट्रॉफी में चल निकला तो भारतीय टीम को हराना किसी भी टीम के लिए काफी मु्श्किल हो जाएगा।