रणजी ट्राफी में हाल ही में वानखेड़े स्टेडियम में महाराष्ट्र के बल्लेबाज़ अंकित बावने और स्वप्निल गूगले ने युवा दिल्ली की टीम के खिलाफ 594 रन की साझेदारी करके क्रिकेट इतिहास में नया रिकॉर्ड बनाया। दिलचस्प बात ये हैं कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 5 बड़ी साझेदारियां एशिया महाद्वीप में ही बनी हैं। जिसकी वजह यहाँ की रनों से भरी विकेट भी हैं। आइये यादों के झरोखों पर डालते हैं एक नजर:
(576 रन) सनथ जयसूर्या और रोशन महानामा श्रीलंका के लिए बनाम भारत, कोलम्बो-1997
मुथैया मुरलीधरन को 5 साल डेब्यू किए हो गये थे, लेकिन इसके बावजूद श्रीलंका का रैंक कुछ खास नहीं बदला था। फ्लैट विकेट पर रनों का अम्बार लगता था, जिससे इस स्पिनर को लम्बे स्पेल में गेंदबाज़ी करनी होती थी।
फ्लैट विकेट पर 1997 में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लेते हुए पहली पारी में 537 रन का स्कोर खड़ा किया। हालाँकि रोशन महानामा और जयसूर्या ने कुछ और ही सोच रखा था और उन्होंने दूसरे विकेट के लिए 576 रन की साझेदारी कर डाली।
इस मैच में काफी भीड़ थी लेकिन परिणाम आने के चांस खत्म हो गये थे। सवाल ये भी उठ रहा था कि क्या लारा का 375 रन का रिकॉर्ड टूट जाएगा। लेकिन जयसूर्या 340 रन बनाकर आउट हो गये। लेकिन क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बन गया था।
(577 रन) विजय हजारे और गुल मुहम्मद बड़ौदा के लिए बनाम होल्कर, सेंट्रल कॉलेज ग्राउंड, 1947
विजय समुएल हजारे भारत के पहले महान बल्लेबाज़ थे, जिन्होंने ब्रेडमैन की ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ एडिलेड में दो नयाब शतक बनाये थे। दायें हाथ के इस बल्लेबाज़ ने भारत में बल्लेबाज़ी संस्कृति को स्थापित किया था।
हजारे की प्रतिभा पहली बार 1946-47 के रणजी ट्राफी फाइनल में दिखाई दी थी। जब उन्होंने गुल मुहम्मद के साथ मिलकर बड़ौदा के लिये होल्कर के खिलाफ 577 रन की साझेदारी की थी। जिसके बदौलत उनकी टीम चैंपियन बनी थी।
(580 रन) राफतुल्लाह मुहम्मद और आमेर सज्जाद WAPDA के लिए बनाम SSGC, शेखूपुरा-2009
जब पाकिस्तानी टीम में 39 वर्षीय राफतुल्लाह मुहम्मद को इंग्लैंड के खिलाफ 3 टी-20 मैचों के लिए शामिल किए गया तो बहुत सी भौंहे तन गयीं थीं। क्योंकि उनका घरेलू स्तर पर कोई खास प्रदर्शन नहीं था।
हालाँकि तकरीबन आधे दशक पहले उन्होंने आमेर सज्जाद के साथ मिलकर वाटर और पॉवर डेवलपमेंट अथॉरिटी के लिए सुई साउथर्न गैस कारपोरेशन के खिलाफ कुईद-ए-आज़म ट्राफी में 580 रन की साझेदारी की। SSGC ने हालाँकि 466 रन बनाये थे।
(594 रन) स्वप्निल गूगले और अंकित बावने महारष्ट्र के लिए दिल्ली के खिलाफ, वानखेड़े-2016
महाराष्ट्र की टीम ने असम से पहले मैच में हारने के बाद दिल्ली के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में बिलकुल ही अलग अंदाज में क्रिकेट खेलते हुए उन्मुक्त चंद की दिल्ली को सकते में दाल दिया।
सलामी बल्लेबाज़ स्वप्निल गूगले और अंकित बावने ने मिलकर 594 रन की साझेदारी कर डाली। जिसमें कप्तान गूगले ने 300 से ज्यादा रन बनाये वहीं बावने अपने तिहरे शतक से मात्र 42 रन दूर रह गये। साथ ही क्रिकेट के सबसे बड़े रिकॉर्ड को तोड़ने से ये साझेदारी मात्र 30 रन दूर थी।
(624 रन) कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने श्रीलंका के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ, कोलम्बो-2006
श्रीलंका के लिए बार फिर दो दिग्गज बल्लेबाजों ने सबसे बड़ी साझेदारी की। उनके सामने टीम दक्षिण अफ्रीका थी। पहले दो विकेट जल्दी गिरने के बाद कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने ने इतिहास बनाने की ओर कदम बढ़ा दिया।
संगकारा इस मैच में तिहरा शतक बनाने से मात्र 13 रन दूर रह गये थे। जबकि जयवर्धने ने इस मैच में 374 रन की नयाब पारी खेली। उन्हें आंद्रे नेल ने आउट किया था। इस मैच में निकी बोये ने 65 ओवर में 221 रन दिए और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला।
श्रीलंका ने इस मैच को एक पारी से जीता था।