मौजूदा दौर के टीम इंडिया के 5 सबसे फ़िट खिलाड़ी

शरीर जितना फिट होगा, कार्यक्षमता उतनी ही ज्यादा होगी। अनफिट इंसान किसी क्षेत्र में भी प्रभावी काम नहीं कर सकता। फिटनेस की ये बात खासकर खिलाड़ियों के लिए भी लागू होती है क्योंकि खिलाड़ी अपनी दमदार फिटनेस के चलते ही खेल में अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब हो सकते हैं। क्रिकेट के खेल में भी खिलाड़ियों की फिटनेस काफी मायने रखती है। क्रिकेट कौशल एक सफल क्रिकेटर के लिए सबसे बुनियादी आवश्यकता होती है। क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों को मैदान पर काफी वक्त बिताना पड़ता है, ऐसे में खराब फिटनेस के चलते मैदान पर ज्यादा देर तक टिक पाना मुमकिन नहीं हो सकता है। खिलाड़ी जितना ज्यादा फिट होगा, टीम में उसकी मांग भी उतनी ही ज्यादा होगी। फिटनेस एक बार बनाने के बाद इसे बरकरार रखना भी बेहद जरूरी होता है। जिम में पसीना बहाने से लेकर एक सख्त डाइट प्लान तक, सब फिटनेस को बनाने के लिए काफी उपयोगी साबित होते हैं। आइए, ऐसे 5 भारतीय क्रिकेटर्स पर डालते हैं एक नजर जो वर्तमान में शारीरिक फिटनेस के मामले में सबसे आगे हैं।

#5 अजिंक्य रहाणे

भारतीय क्रिकेट टीम में अजिंक्य रहाणे संभवतया कम आंके जाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। हालांकि अजिंक्य रहाणे के पास घरेलू जमीन पर ही नहीं बल्कि विदेशी धरती पर भी शानदार ट्रेक रिकॉर्ड मौजूद है। टीम के फर्स्ट स्लीप फिल्डर और कैच पकड़ने की अपनी गजब की क्षमता के साथ अजिंक्य रहाणे समय-समय पर अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित करते आए हैं। ये अजिंक्य रहाणे की फिटनेस का ही कमाल है जिसके चलते हुए वो मैदान पर चुस्त-दुरुस्त बने रहते हैं और तेजी से एक्शन दिखाते हैं। स्लिप में फील्डिंग करते हुए अक्सर अजिंक्य रहाणे पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ की याद भी दिला देते हैं। डाइ लगाकर कैच पकड़ने की उनकी शैली से भी दर्शक काफी दफा हैरानी में पड़ चुके हैं।

#4 उमेश यादव

एक लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट टीम ऐसे तेज गेंदबाज की तलाश करती रही जो मैच में किसी भी वक्त अपनी रफ्तार से विरोधी टीमों पर दबाव बना सके। आखिर में भारतीय टीम की ये तलाश उमेश यादव के रूप में पूरी हुई। अपनी तेज गेंदबाजी के दम पर उमेश यादव ने भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी अलग पहचान बनाई है। दिन-ब-दिन, मैच दर मैच, सत्र दर सत्र उमेश यादव ने अपनी तेज गति से कभी समझौता नहीं किया और हर बार उन्होंने 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने में कामयाबी हासिल की है। न केवल गेंदबाजी में बल्कि फील्डिंग के दौरान भी यादव ने शानदार प्रदर्शन किया है। फील्डिंग के दौरान हाथ में गेंद आने के बाद उसे मजबूती से थ्रो करने की शैली उमेश यादव को अपने आप में सबसे अलग बनाती है। उमेश यादव भारत के सबसे अच्छे फील्डर्स में से एक हैं। इन सब के पीछे उनकी फिटनेस काफी अहम है।

#3 हार्दिक पांड्या

भारतीय क्रिकेट टीम को हार्दिक पांड्या के रूप में एक नया ऑलराउंडर मिला है। हार्दिक पांड्या अपने बल्ले और गेंद दोनों से मैदान पर तहलका मचाने में सफल साबित हो रहे हैं। वहीं फील्डिंग के मामले में भी हार्दिक पांड्या किसी से कम नहीं हैं। पांड्या फील्डिंग के वक्त मैदान पर एक दम चुस्ती दिखाते हैं और शानदार फील्डिंग से सबको प्रभावित कर रहे हैं। क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में पांड्या का शादानर खेल देखा गया है। ऐसा इसलिए मुमकिन हो सका है क्योंकि पांड्या ने अपनी फिटनेस पर काफी ध्यान दिया है। अपनी फिटनेस के बूते पांड्या ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में ही अपनी छाप छोड़ी है। पांड्या रोजाना अपने दिन का कुछ वक्त जिम में बिताते हैं। वहीं पांड्या अपनी डाइट पर भी काफी ध्यान देते हैं।

#2 महेंद्र सिंह धोनी

महेंद्र सिंह धोनी किसी परिचय के मोहताज नहीं है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर हमेशा से ही शांत और सहज दिमाग के साथ नजर आए हैं। एमएस धोनी की बल्लेबाजी से लेकर विकेटों की पीछे की बिजली जैसी रफ्तार से हर कोई वाकिफ है। बल्लेबाजी के दौरान जहां धोनी विकेटों के बीच अभी भी तेजी से दौड़ लगाते हैं तो वहीं विकेटों के पीछे रहकर बिना पलक झपकाए गिल्लियां उड़ाना धोनी से बेहतर कोई नहीं जानता होगा। फील्डिंग के दौरान टीम का हर खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी की तरफ ही गेंद को फेंकता है क्योंकि उन्हें पता है कि धोनी इसका सही से फायदा उठा लेगें। इस उम्र में भी धोनी अपनी फिटनेस से सबको प्रभावित करने में कामयाब साबित हो रहे हैं। 50 ओवर कीपिंग करने के बाद बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर आना और शानदार खेल का प्रदर्शन करना निश्चित रूप से उनके फिटनेस का प्रमाण है।

#1 विराट कोहली

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आज क्रिकेट जगत में रन मशीन के तौर पर अपनी छाप छोड़ चुके हैं। विराट कोहली ने अपने प्रदर्शन से पूरे क्रिकेट के खेल को ही बदल कर रख दिया है। पिछले कुछ सालों से विराट कोहली विराधियों के लिए खौफ बने हुए हैं और पिच पर अपने समर्पित प्रयासों की बदौलत एक अपराजेय एथलीट बने हुए हैं। बल्लेबाजी से लेकर मैदान पर फील्डिंग तक हर मोर्चे पर विराट कोहली का कोई तोड़ नहीं है। एक साक्षात्कार में विराट कोहली ने कबूल किया था कि उनके पेट में बहुत ज्यादा वसा थी और इसके कारण उनका खेल भी काफी प्रभावित हो रहा था। इसलिए उन्होंने अपने फिटनेस प्लान और आहार को पूरी तरह से बदल दिया। अब भारतीय कप्तान ने अपनी पूरी प्राथमिकता फिटनेस को दे रखी है। विराट कोहली का मानना है कि जब आप फिट होते हैं तो मैदान पर प्रदर्शन करने का आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है। इस आत्मविश्वास का फायदा निश्चित तौर पर मैदान पर खिलाड़ी का प्रदर्शन भी प्रभावित करता है। विराट कोहली जिम में अपना अधिकतर समय बिताते हैं और इसके साथ ही विराट कोहली बिल्कुल ही अलग डाएट प्लान को अपनाते हैं। जिसके कारण ही वो मैदान पर विस्फोटक तरीके से बल्लेबाजी करने में सफल साबित होते हैं। गौर करने वाली बात ये भी है कि विराट कोहली के फिटनेस का अनुसरण दूसरे खिलाड़ियों ने करना भी शुरू कर दिया है। लेखक: प्रतीक सतपुते अनुवादक: हिमांशु कोठारी