साल 2000 के समय में भारतीय बाएँ हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ ने तहलका मचा रखा था। उनकी स्विंग गेंदबाज़ी को देखते हुए साल 2003 में भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने उन्हें टीम में पहली बार शामिल किया। अपने डेब्यू के ठीक तीन साल बाद पठान के खाते में टेस्ट हैट्रिक विकेट जुड़ी। पठान की ये पहली और आखिरी हैट्रिक विकेट थी। साल 2006 में जब भारतीय टीम पकिस्तान दौरे पर थी तो तीसरे टेस्ट मैच में पठान ने ये कारनामा कर सबको हिला दिया। भारत ने उस मैच में टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। मैच के पहले ही ओवर में पठान ने अपनी चौथी गेंद पर सलमान बट को स्लिप में राहुल द्रविड़ के हाथों कैच कराकर अपना पहला शिकार बनाया। सलमान की जगह बल्लेबाजी करने आये युनिस खान को भी पहली ही गेंद पर एलबीडबल्यू कर पठान ने दूसरा शिकार किया। फिर लगातार तीसरी गेंद पर मोहम्मद युसूफ को चलता कर पठान ने टेस्ट करियर में अपनी पहली हैट्रिक अर्जित की।