वन-डे में विकेटकीपरों द्वारा बनाए गए 5 सर्वश्रेष्ठ स्कोर

आधुनिक क्रिकेट में विकेटकीपर का एक विशेषज्ञ बल्लेबाज़ होना काफी जरुरी है। जिसका फायदा टीम को सीधे मिलता है। इससे न सिर्फ टीम का संतुलन बेहतर होता है, बल्कि टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ या गेंदबाज़ को शामिल किया जा सकता है। बीते दो दशक में दुनिया में कई ऐसे विकेटकीपर बल्लेबाज़ हुए हैं, जिन्होंने अपनी टीम को नई ऊंचाई दी है। उनका चयन भी उनके एक बेहतरीन बल्लेबाज़ होने की वजह से हुआ है। यहाँ हम आपको वनडे में 5 उच्चस्कोर बनाने वाले विकेटकीपरों के बारे में बता रहे हैं:


कुमार संगकारा, 169 बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2013

कलात्मक विकेटकीपर बल्लेबाज़ कुमार संगकारा लम्बे समय तक श्रीलंकाई क्रिकेट के धुरी रहे हैं। उन्होंने बतौर विकेटकीपर अपने करियर का आगाज करते हुए टेस्ट और वन-डे में बेहतरीन औसत से 10 हजार से ज्यादा रन बनाये हैं। इस शांतचित बल्लेबाज़ ने साल 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आक्रामक बल्लेबाज़ी करते हुए 169 रन की पारी खेली थी। जो उनके करियर की सबसे बेहतरीन पारी थी। इस मैच में संगकारा ने स्पिन गेंदबाज़ फांगिसो और रॉबिन पीटरसन की जमकर खबर ली थी। इससे पहले श्रीलंका की तरफ से जयसूर्या ने 189 और थरंगा ने 174 रन की व्यक्तिगत पारी खेली थी। ल्युक रोंची, 170 बनाम श्रीलंका, 2015 न्यूज़ीलैंड के मौजूदा विकेटकीपर ल्युक रोंची जो भारत के साथ जरी टेस्ट सीरीज में मध्यक्रम की बल्लेबाज़ी संभाल रहे हैं। उन्होंने बीते साल श्रीलंका के खिलाफ 7वें क्रम पर बल्लेबाज़ी करते हुए 170 रन की पारी खेली थी। कीवी टीम के 84 रन पर 4 विकेट गिर गये थे, उसके बाद रोंची ने ग्रांट एलियट के साथ मिलकर 267 रन की साझेदारी की। जिसके बाद वह कीवी टीम के उम्रदराज शतकवीर खिलाड़ी बन गये। एडम गिलक्रिस्ट, 172 बनाम ज़िम्बाब्वे, 2004 जब गिलक्रिस्ट अपने रंग में होते थे, तो उन्हें रोक पाना सबसे कठिन काम होता था। वह गेंदबाजों पर कभी रहम नहीं करते थे। साल 2004 में गिली ने अपने करियर का उच्च स्कोर बनाते हुए 172 रन ठोंक दिए थे। तब ज़िम्बाब्वे का गेंदबाज़ी आक्रमण अच्छा हुआ करता था। 172 रन बनाकर गिली जब आउट हुए थे तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 310 पर 2 विकेट था। लेकिन उसके बाद 344 पर 7 विकेट हो गया था। ऑस्ट्रेलिया ने ये मैच 144 रन से जीत लिया था। क्विंटन डी कॉक, 178 बनाम ऑस्ट्रेलिया 2016 ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी वनडे सीरीज के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ डी कॉक ने 178 रन की धुआंधार पारी खेली। उन्होंने इस पारी के लिए मात्र 113 गेंदों का सामना किया। विश्व क्रिकेट का ये 11 वां सबसे तेज शतक है। पारी के 23वें ओवर में डी कॉक अपना शतक पूरा कर लिया था। दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में मिले लक्ष्य 295 को 82 गेंद पहले ही हासिल कर लिया था। महेंद्र सिंह धोनी, 183 नाबाद बनाम श्रीलंका, 2005 ये वह पारी थी जिसने धोनी के करियर को बदलकर रख दिया था। इस पारी में उन्होंने 10 छक्के लगाये थे। धोनी ने लंकाई गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 183 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी। जो उस वीके किसी भारतीय का उच्चतम स्कोर था। भारत को इस मैच में जीत के लिए 299 रन बनाने थे। जो धोनी के बल्लेबाज़ी के सामने बेहद छोटा हो गया था। उपुल चन्दना और महरूफ की जमकर धुनाई करते हुए धोनी ने कमाल के शॉट लगाये थे।