साल के अंत में सभी फॉर्मेट मिलाकर सबसे ज्यादा औसत रखने वाले टॉप 5 बल्लेबाज

mohammad-yousuf

हम आपको ये बता चुके हैं कि साल 2016 में क्रिकेट के सभी प्रारुपों में किस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। भारतीय टीम के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने साल 2016 में शानदार प्रदर्शन किया। वो महज कुछ रनों से पूर्व दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए। हालांकि इसके अलावा कोहली ने कई और रिकॉर्ड बनाए। यहां पर हमने उन क्रिकेटरों की लिस्ट बनाई है जिन्होंने एक कैलेंडर ईयर में इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी प्रारुपों में काफी अच्छी औसत के साथ रन बनाया है। क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज के लिए औसत काफी मायने रखती है, खासकर सीमित ओवरों के खेल में क्योंकि फटाफट क्रिकेट में आउट होने चांसेस ज्यादा रहते हैं। तेजी से रन बनाने के चक्कर में अक्सर बल्लेबाज अपना विकेट खो बैठता है। क्रिकेट के सभी प्रारुपों में एक कैलेंडर ईयर में औसत के हिसाब से शीर्ष 5 बल्लेबाजों को हमने अपने कुछ पैमानों के आधार पर जगह दी है। अगर बात 1000 रनों की करें तो कोहली (2016 में 86.50 की औसत से 2595 रन) इस मामले में 5वें नंबर पर हैं। वहीं माइकल हसी (2005 में 101.16 की औसत से 1214 रन) जिन्होंने एक टी-20 मैच भी खेला है, वो भी लिस्ट में जगह बनाने में कामयाब रहे। इस लिस्ट में पहले दो स्थानों पर सर गैरफील्ड सोबर्स (1958 में 144.3 की औसत से 1299 रन) और डॉन ब्रेडमैन (1948 में 113.88 की औसत से 1025 रन) हैं। टेस्ट मैचों में इन दोनों बल्लेबाजों का प्रदर्शन काफी बढ़िया रहा था। इस लिस्ट में कोहली ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2000 से ज्यादा रन बनाए हैं। इसके अलावा 2016 के आईपीएल सीजन में कोहली ने जो रन बनाया उसको हमने इसमें शामिल ही नहीं किया है। माइकल हसी ने एकमात्र टी-20 मैच खेला है और जब 2005 में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया तो उनका औसत 100 से भी ज्यादा था।इस लिस्ट में सर विव रिचर्ड्स तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 1976 में 91.71 की औसत से 1926 टेस्ट रन बनाए थे। लेकिन अलग-अलग जमाने के बल्लेबाजों के बीच तुलना का कोई तुक भी नहीं बनता है, क्योंकि हर एक दशक में परिस्थितियां काफी अलग होती हैं। अगर हम 1500 रन के पैमाने पर इसको आंकें तो कोहली सर विव रिचर्ड्स के बाद दूसरे नंबर पर आ जाएंगे। वहीं लिस्ट में सचिन तेंदुलकर (2010 में 84.09 की औसत से 1766 रन), शिवनारायण चंद्रपाल (2007 में 78.35 की औसत से 1567 रन) और माइकल क्लार्क (2012 में 77.62 की औसत से 2251 रन) का भी नाम आएगा। लेकिन हमने यहां उन बल्लेबाजों की सूची बनाई है जिन्होंने एक ही दशक में क्रिकेट खेला है और हमने 2000 रनों की कसौटी पर बल्लेबाजों को परखा है। इसके हिसाब से केवल दो पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ही इस लिस्ट में जगह बनाने में कामायाब होते हैं। पहले बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने 1998 में 68.67 की औसत से 2541 रन बनाए थे, वहीं दूसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा हैं जिन्होंने 1995 में 67.60 की औसत से 2028 रन बनाए थे। फिर भी ये दोनों दिग्गज खिलाड़ी इस लिस्ट में टॉप 10 में हैं, टॉप 5 में नहीं। टॉप 5 खिलाड़ियों की लिस्ट इस प्रकार है। 5. मोहम्मद यूसुफ-69.57 (2006) पाकिस्तान के भरोसेमंद बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ ने ये कारनामा साल 2006 में 9 टेस्ट मैचों में किया था। वनडे मैचों में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। हालांकि उनका ओवरऑल स्ट्राइक रेट उनकी औसत की तरह काफी अच्छा रहा। साल 2006 में यूसुफ ने 2435 रन बनाए थे। केवल 6 बार ही कोई पाकिस्तानी बल्लेबाज एक कैलेंडर ईयर में 2000 से ज्यादा रन बनाने का कारनामा कर पाया है। लेकिन यूसुफ ने ये रिकॉर्ड 3 बार बनाया। इसमें उनका एक दोहरा शतक भी शामिल है वहीं वो 3 बार दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से 190 रनों के स्कोर पर आउट हो गए थे जबकि एक बार 97 रन पर आउट हो गए थे। इससे पता चलता है कि यूसुफ कितने बड़े बल्लेबाज थे। जो आंकड़े दिखते हैं उससे कहीं शानदार बल्लेबाज वो थे। 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में लार्ड्स में खेली गई उनकी 202 रनों की पारी साल की सबसे यादगार पारी रही, जिसकी वजह से पाकिस्तानी टीम टेस्ट ड्रॉ कराने में सफल रही। यूसुफ के लिए तो वो सीरीज काफी अच्छी रही, लेकिन पाकिस्तानी टीम के 0-3 से टेस्ट सीरीज हार गई थी। आखिरी टेस्ट मैच काफी विवादित भी रहा था। अगर यूसुफ के पूरे इंटरनेशनल करियर की बात करें तो क्रिकेट के सभी प्रारुपों को मिलाकर उन्होंने 45.52 की औसत से 17300 रन बनाए हैं। क्रिकेट के सभी प्रारुपों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में वो 18वें नंबर पर हैं। 4. जैक कैलिस- 70.96 (2004) jacques-kallis सर गैरफील्ड सोबर्स के अलावा जैक कैलिस शायद दुनिया के सबसे महान ऑलराउंडर हैं। कैलिस ने सभी फॉर्मेट को मिलाकर 4 दफा एक कैलेंडर ईयर में 2000 से ज्यादा रन बनाए। केवल कुछ ही खिलाड़ी ऐसा कर सकते हैं। लेकिन साल 2008 में कैलिस ने ये कारनामा कर दिखाया। उस साल कैलिस का बल्ला जमकर बोला और 70.96 की औसत से उन्होंने 2058 रन बना डाले। इस दौरान कैलिस ने 8 शतक और 11 अर्धशतक लगाए, जिसमें से 10 बार वो नाट आउट रहे। इससे पता चलता है कि कैलिस के अंदर कितनी क्षमता थी। कैलिस की सबसे खास बात ये रही कि उन्होंने लगातार रन बनाए और कभी-कभार ही आउट ऑफ फॉर्म दिखे। कई अर्धशतक ऐसे थे जो कि शतक में तब्दील हो सकते थे। कैलिस ने उस साल हर उस टीम के खिलाफ रन बनाया जिसके खिलाफ उन्होंने मैच खेला। टेस्ट हो या वनडे हर प्रारुप में वो काफी बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे थे। उनकी बल्लेबाजी तकनीक काफी अच्छी थी। उस साल 39 पारियों में महज 8 बार वो 10 रन से कम के स्कोर पर आउट हुए। इसके अलावा उन्होंने 19 बार फिफ्टी प्लस का स्कोर भी बनाया। ये दिखाता है कि वो कितने महान बल्लेबाज थे। 3. हाशिम अमला-76.90 (2010) hashim-amla हाशिम अमला दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक हैं। 2010 में 34 पारियों में उन्होंने 10 शतक और 8 अर्धशतकों की मदद से 2307 रन ठोंक डाले। नागपुर टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ खेली गई उनकी 253 रनों की पारी को कौन भूल सकता है। उस पारी की वजह से ही भारतीय टीम वो टेस्ट मैच पारी के अंतर से हार गई थी। ऐसा कम ही होता है कि घरेलू टीम पारी की अंतर से मैच हार जाए। लेकिन अमला की एक पारी पूरी भारतीय टीम पर भारी पड़ गई। इसके बाद अगले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाकर अमला ने बता दिया कि वर्ल्ड क्रिकेट में एक महान बल्लेबाज का उदय हो चुका है। इसके अलावा 2010 में अमला ने वनडे मैचों में भी 5 शतक जड़े। अमला को ज्यादातर क्रिकेट विशेषज्ञ टेस्ट मैचों का खिलाड़ी मानते हैं, इसके बावजूद उस साल वनडे मैचों में उनका स्ट्राइक रेट 90 का रहा। अमला दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी की रीढ़ माने जाते हैं। कई बार अपनी पारियों से उन्होंने टीम को संकट से निकाला है। 2010 में 2307 रन बनाने के साथ ही वो एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा रन बनाने पहले अफ्रीकी बल्लेबाज बन गए। अमला ने जैक कैलिस का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2007 में 2201 रन बनाए थे। 2. माइकल क्लार्क-77.62 (2012) michael-clarke ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी माइकल क्लार्क ने साल 2012 में ये कारनामा किया, जब उन्होंने महज 32 पारियों में 2251 रन बना डाले। इस दौरान क्लार्क ने 6 शतक और 8 अर्धशतक लगाया। इस दौरान उन्होंने 4 दफा दोहरा शतक जड़ा। इसके साथ ही क्लार्क एक ही साल में 4 दोहरे शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए। इन 4 दोहरे शतकों में से एक बार उन्होंने तिहरा शतक भी लगाया। ये दोहरे शतक उन्होंने इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध लगाए। 2 भारत के खिलाफ और 2 दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में। उनके लिए 2012 काफी यादगार साल रहा। उन्होंने अपने साल की शुरुआत भी शतक से किया और साल का अंत भी शतक से ही किया। हैरान करने वाली बात ये है कि इतना रन बनाने के बावजूद वो महज 3 बार नाबाद रहे फिर भी काफी ज्यादा रन बना डाले। इसी वजह से उस साल उनका औसत काफी बढ़िया रहा। हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में वो कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए, जिसकी वजह से उनके औसत पर काफी असर पड़ा। वहीं एकदिवसीय मैचों में कई बार अच्छी शुरुआत मिलने के बावजूद वो एक ही शतक लगा पाए। 1.विराट कोहली-86.50 (2016) virat-kohli- साल 2016 को क्रिकेट में कोहली ईयर कहा जाने लगा है और इसकी वजह है उनका शानदार बैटिंग रिकॉर्ड। 2016 में कोहली ने 2016 में 41 बार बल्लेबाजी की जिसमें उन्होंने 86.50 की औसत से 2595 रन बनाए। इस दौरान कोहली ने 7 शतक, 3 दोहरे शतक और 13 अर्धशतक लगाया। जबकि 11 दफा वो आउट नहीं हुए। इसके अलावा कोहली ने टेस्ट मैचों में काफी बेहतरीन तरीके से टीम की कप्तानी की। जिसकी वजह से भारतीय टीम लगातार 18 मैचों तक कोई मैच नहीं हारी है और ये आंकड़ा और अच्छा हो सकता है। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ये रिकॉर्ड है, जब टीम ने लगातार 18 टेस्ट मैच खेलने के बावजूद हार का स्वाद ना चखा हो। इसके अलावा आईसीसी ने उन्हें आईसीसी वनडे टीम का कप्तान भी चुना। कोहली ने अपनी टेस्ट कप्तानी में घर से बाहर वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में जीत दर्ज की। जबकि घरेलू सीरीज में 3-0 से न्यूजीलैंड का और 4-0 से इंग्लैंड का सफाया कर दिया। वहीं कोहली ने साल 2016 में क्रिकेट के सभी प्रारुपों में 50 से भी ज्यादा की औसत से रन बनाए। क्रिकेट में ऐसी बल्लेबाजी बहुत ही कम देखने को मिलती है। विराट कोहली की उम्र अभी महज 28 साल है और सभी प्रारुपों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में वो अभी 39वें नंबर पर हैं। 3000 रन और बनाने के बाद वो सीधे 16 स्थान और ऊपर आ जाएंगे। इस लिस्ट में जितने भी बल्लेबाज हैं कोहली उनमें से सबसे ज्यादा युवा हैं और वो लंबे समय तक खेल सकते हैं। ऐसे में वो एक नया रिकॉर्ड कायम कर सकते हैं। 17 मर्तबा भारतीय बल्लेबाज एक कैलेंडर ईयर में 2000 रन बनाने का कारनामा कर चुके हैं। कोहली अकेले 3 बार एक साल में 2000 से ज्यादा रन बनाने का कारनामा कर चुके हैं। भारतीय अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ भी 3 बार ऐसा कर चुके हैं। उनसे आगे सौरव गांगुली (4 बार) और सचिन तेंदुलकर (5 बार) ही हैं। अगर कोहली इसी तरह से बल्लेबाजी करते रहे तो शायद 2017 में वो 3000 रन भी बना डालें।