साल 2016 को क्रिकेट में कोहली ईयर कहा जाने लगा है और इसकी वजह है उनका शानदार बैटिंग रिकॉर्ड। 2016 में कोहली ने 2016 में 41 बार बल्लेबाजी की जिसमें उन्होंने 86.50 की औसत से 2595 रन बनाए। इस दौरान कोहली ने 7 शतक, 3 दोहरे शतक और 13 अर्धशतक लगाया। जबकि 11 दफा वो आउट नहीं हुए। इसके अलावा कोहली ने टेस्ट मैचों में काफी बेहतरीन तरीके से टीम की कप्तानी की। जिसकी वजह से भारतीय टीम लगातार 18 मैचों तक कोई मैच नहीं हारी है और ये आंकड़ा और अच्छा हो सकता है। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ये रिकॉर्ड है, जब टीम ने लगातार 18 टेस्ट मैच खेलने के बावजूद हार का स्वाद ना चखा हो। इसके अलावा आईसीसी ने उन्हें आईसीसी वनडे टीम का कप्तान भी चुना। कोहली ने अपनी टेस्ट कप्तानी में घर से बाहर वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में जीत दर्ज की। जबकि घरेलू सीरीज में 3-0 से न्यूजीलैंड का और 4-0 से इंग्लैंड का सफाया कर दिया। वहीं कोहली ने साल 2016 में क्रिकेट के सभी प्रारुपों में 50 से भी ज्यादा की औसत से रन बनाए। क्रिकेट में ऐसी बल्लेबाजी बहुत ही कम देखने को मिलती है। विराट कोहली की उम्र अभी महज 28 साल है और सभी प्रारुपों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में वो अभी 39वें नंबर पर हैं। 3000 रन और बनाने के बाद वो सीधे 16 स्थान और ऊपर आ जाएंगे। इस लिस्ट में जितने भी बल्लेबाज हैं कोहली उनमें से सबसे ज्यादा युवा हैं और वो लंबे समय तक खेल सकते हैं। ऐसे में वो एक नया रिकॉर्ड कायम कर सकते हैं। 17 मर्तबा भारतीय बल्लेबाज एक कैलेंडर ईयर में 2000 रन बनाने का कारनामा कर चुके हैं। कोहली अकेले 3 बार एक साल में 2000 से ज्यादा रन बनाने का कारनामा कर चुके हैं। भारतीय अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ भी 3 बार ऐसा कर चुके हैं। उनसे आगे सौरव गांगुली (4 बार) और सचिन तेंदुलकर (5 बार) ही हैं। अगर कोहली इसी तरह से बल्लेबाजी करते रहे तो शायद 2017 में वो 3000 रन भी बना डालें।