क्रिकेट काफ़ी फ़ायदेमंद करियर माना जाता है, लेकिन पेशेवर तौर से इस खेल के कई लाभ हैं तो नुक़सान भी उतने ही। अगर आपने सबकुछ छोड़ कर सिर्फ़ क्रिकेट को करयिर बनाना चाहा, और वहां नाकाम हुए तो फिर आपको काफ़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा सकता है। इसलिए हमेशा कहा जाता है कि क्रिकेट या फिर किसी भी खेल में करियर बनाने से पहले आप पढ़ाई लिखाई में भी ध्यान दें, ताकि आपके पास दूसरा विकल्प भी हो। पहले पढ़ाई को प्राथमिकता दी जाती थी, और क्रिकेटर के पास समय भी काफ़ी होता था कि वह पढ़ाई भी कर सकें। अब लगातार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कार्यक्रम की वजह से खेल के साथ साथ पढ़ाई संभव नहीं हो पाती। हालांकि, कुछ ऐसे भी भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने खेल के मैदान के साथ साथ पढ़ाई लिखाई में भी अव्वल रहे हैं। ऐसे ही 5 खिलाड़ियों की एक फ़हरिस्त हम आपके सामने लाए हैं: रविचंद्रन अश्विन भारत के स्टार स्पिनर और एक उपयोगी बल्लेबाज़ आर अश्विन इस फ़हरिस्त में शामिल हैं। अश्विन ने आईपीएल में धोनी के नेतृत्व में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कमाल का प्रदर्शन करते हुए चर्चा में आए थे और फिर भारतीय टीम में भी जगह बनाने में क़ामयाब रहे थे। 2010 में अश्विन ने वनडे और टी20 में डेब्यू किया था और टेस्ट में उन्हें एक साल बाद यानी 2011 में मौक़ा मिला था। खेल के मैदान से पहले उन्होंने अपनी पढ़ाई पद्मा सेषाद्री बाला भवन से पूरी की और फिर संत बेडेज़ ऐंगलो इंडियन उच्च विद्यालय स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने SSN कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से इंजीनियर की डिग्री भी हासिल की थी। अश्विन ने चेन्नई में कोग्नीज़ेंट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस के लिए कुछ दिन काम भी किया था। जवागल श्रीनाथ भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे तेज़ गेंदबाज़ों में से एक जवागल श्रीनाथ, कपिल देव के बाद भारत के सबसे क़ामयाब गेंदबाज़ों में से एक थे। 2003 में ही श्रीनाथ ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन अब तक वनडे में 300 विकेट से ज़्यादा विकेट लेने वाले वह एकमात्र भारतीय तेज़ गेंदबाज़ हैं। जवागल श्रीनाथ फ़िलहाल अंतर्राष्ट्रीय मैच रेफ़री हैं, 2006 में वह पहली बार मैच रेफ़री की भूमिका में नज़र आए। जवागल श्रीनाथ न इंस्ट्रूमेंशन टेक्नॉलोजी में श्री जयाचमाराजेंद्र कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी। इस कॉलेज को अब JSS साइंस एंव टेक्नोलॉजी महाविश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। अनिल कुंबले टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच अनिल कुंबले ने गेंद से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। टेस्ट में भारत के लिए पारी में 10 विकेट लेने वाले वह इकलौते भारतीय और दुनिया से सिर्फ़ दूसरे गेंदबाज़ हैं। अनिल कुंबले ने नेश्नल कॉलेज बसावनागुड़ी से स्नातक किया और फिर राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ़ इंजीनियिरिंग (RCVE), बैंगलोर से मेकनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री भी हासिल कर रखी है। राहुल द्रविड़ क्रिकेट इतिहास के सबसे क़ामयाह नंबर-3 बल्लेबाज़ों में शुमार और 'द वॉल' के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ के ख़ून में ही उच्च शिक्षा है। द्रविड़ की मां आर्चिटेक्चर की प्रोफ़ेसर रह चुकी हैं। द्रविड़ ने अपनी पढ़ाई संत जोसेफ़ बॉयज़ हाई स्कूल से पूरी की थी और फिर संत जोसेफ़ कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से उन्होंने स्नातक पूरा किया। द्रविड़ संत जोसेफ़ कॉलेज ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन से MBA कर रहे थे, तब उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करने का मौक़ा मिला। मुरली विजय भारतीय सलामी बल्लेबाज़ मुरली विजय, जिनके लिए भी भारतीय क्रिकेट टीम में आने का रास्ता आईपीएल से ही होकर निकला। विजय ने 2008 में भारत के लिए डेब्यू किया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी तकनीक में बदलाव लाया और आज टेस्ट में टीम इंडिया के विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज़ हैं। विजय की पढ़ाई शुरुआत में सही नहीं थी, 12वीं में फ़ेल होने के बाद विजय ने घर छोड़ दिया था और आगे की ज़िंदगी के बारे में कुछ नहीं जानते थे। विजय ने वापस पढ़ाई की तरफ़ ख़ुद को मोड़ा और 12वीं पास करने के बाद विवेकानंद कॉलेज से स्नातक किया। विजय ने इकॉनोमिक्स में स्नातक हैं और उन्होंने फ़ीलोसिफ़ी में मास्टर कर रखा है।