इसमें कोई शक नहीं कि सीमित ओवरों के क्रिकेट से महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने की खबरें जोरों पर है और केदार जाधव ने बिलकुल सही पल का चुनाव करते हुए अपना दावा पेश किया है। ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में संपन्न चतुष्कोणीय सीरीज में जाधव ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी नहीं संभाली, लेकिन वह आईपीएल में स्टंप के पीछे की अपनी उपयोगिता को पहले ही दर्शा चुके हैं। लिस्ट ए करियर में करीब 50 का औसत रखने वाले जाधव सीमित ओवरों की राष्ट्रीय टीम में अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर चुके हैं। उन्होंने बल्ले से निरंतर बेहतर प्रदर्शन किया। पूरी सीरीज में सिर्फ एक बार 10 रन के भीतर आउट होने वाले जाधव इंडिया 'ए' की तरफ से निरंतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक रहे। उन्होंने सीरीज में 90 की स्ट्राइक रेट तथा 63.50 की औसत से कुल 254 रन बनाए। मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने वाले जाधव में पारी का समापन उच्च स्तर पर खत्म करने की काबिलियत है। 31 वर्षीय जाधव ने यह काम बखूबी है।