सीरीज के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर इंडिया 'ए' के कप्तान मनीष पांडे रहे। जहां कई लोग उन्हें अमेरिका में वेस्टइंडीज के खिलाफ संपन्न दो मैचों की टी20 सीरीज में खेलते देखना चाहते थे, मनीष ने इसकी परवाह नहीं करते हुए अपनी टीम को मजबूती प्रदान की और पहले मैच में 55 रन पर ऑलआउट होने के बाद टीम को खिताब दिलाया। ऑस्ट्रेलिया 'ए' के खिलाफ सीरीज की शुरुआत शून्य रन से करने वाले मनीष ने अगले मैच में दक्षिण अफ्रीका 'ए' के खिलाफ मैच विजयी शतक जमाया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और पूरे समय अच्छा प्रदर्शन किया। मनीष के रहने से टीम का मध्यक्रम काफी मजबूत रहा। 7 मैचों में 26 वर्षीय मनीष ने 60 की औसत से 359 रन बनाए। वह सीरीज में एकमात्र बल्लेबाज रहे, जिन्होंने दो शतक जमाए हो। उन्होंने दोनों शतक ऐसे समय बनाए जब टीम को इसकी बहुत जरुरत थी। इंडिया 'ए' के फाइनल जीतने का प्रमुख कारण मनीष पांडे का अर्धशतक भी था।