क्रिकेट जगत में वेस्टइंडीज और भारत ये दो ऐसी टीमें हैं जो हर किसी की अपने देश के बाद दूसरी पसंदीदा टीम होती है। बात जब इन दोनों टीमों की हो तो इतिहास गवाह है ये दोनों टीमें हमेशा से ही एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने में कामयाब रही हैं। चाहे टेस्ट मैच हो या वनडे दोनों ही टीमों के प्रदर्शन को दर्शक खूब सराहते हैं। साल 1983 का वर्ल्ड कप फ़ाइनल तो आज भी सबके ज़हन में घूमता होगा जब भारत ने चैम्पियन टीम वेस्टइंडीज को हारा कर खिताब अपने नाम किया था और वहीं से भारतीय टीम की नयी शुरुआत हुई थी। पर पिछले कुछ समय से इन दोनों टीमों में बहुत अंतर आगया है। एक तरफ जहां भारतीय टीम मौजूदा आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में दूसरे पायदान पर हैं तो वहीं वेस्टइंडीज टीम भारत से छह पायदान पीछे है। 21 जुलाई से वेस्टइंडीज और भारत के बीच 4 टेस्ट मैचों की सीरीज़ शुरू होने जा रही है जिसमें भारत कहीं हद तक जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। इन दोनों टीमों के बीच हुए पिछले पांच मुक़ाबले में भारत ने 3 सीरीज़ अपने घर में और 2 सीरीज़ वेस्टइंडीज में जीती है। इन दोनों टीमों के बीच अब तक मुक़ाबला बराबरी का रहा है । आइए नज़र डालते हैं 5 ऐसे रोमांचक मुकाबलों पर जहां ये टीमें आमने सामने हुईं। #1 1974, भारत वेस्टइंडीज ने 5 मैचों की सीरीज़ को 3-2 से जीता इन दोनों के बीच यही एक मात्र ऐसी सीरीज़ हैं जिसके सभी मैचों के नतीजे निकले। ये सीरीज़ तब हुई जब इन दोनों टीमों के बीच ज़बरदस्त टक्कर चल रही थी। इस सीरीज़ से तीन साल पहले भारत ने वेस्टइंडीज में अपनी पहली टेस्ट सीरीज़ जीती थी उसके खिलाफ। उस सीरीज़ का बदला लेने आई वेस्टइंडीज टीम ने बैंगलोर में पहला टेस्ट 267 रनों से जीत कर सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली थी। इस टेस्ट में गॉर्डन ग्रीनीज ने दूसरी पारी में शतक जमाया था वहीं पहली पारी में शतक लगाने से कुछ ही रन दूर रह गए थे। पहले टेस्ट मैच को सर विवन रिचर्ड के डेब्यू के लिए भी जाना जाता है। दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज ने भारत को 17 रन और एक पारी से हरा दिया। वहीं तीसरे टेस्ट में गुंडप्पा विश्वनाथ की शानदार शतक और बिशन सिंह बेदी की घातक गेंदबाज़ी की बदौलत टीम ने जीत हासिल की। छठे टेस्ट में विश्वनाथ के बेहतरीन प्रदर्शन से भारत ने 100 रन से टेस्ट मैच जीत लिया। वहीं पांचवे टेस्ट में क्लाइव लॉंयड के दोहरे शतक की बदौलत पांचवां टेस्ट जीत कर वेस्टइंडीज ने सीरीज़ भी अपने नाम कर ली। #2 1976, वेस्टइंडीज वेस्टइंडीज ने 4 मैचों की सीरीज़ को 2-1 से जीत लिया पिछली सीरीज़ की तरह ये सीरीज़ भी काफी रोमांचक रही। ब्रिजटाउन में खेले गए पहले टेस्ट में विव रिचर्ड्स और क्लाइव लॉंयड के शानदार शतक की बदौलत भारत को एक पारी और 97 रनों से हार का सामना करना पड़ा। दूसरे मैच में भारत ने सुनील गावस्कर और बृजेश पटेल के बेहतरीन शतक की बदौलत मैच ड्रॉ रहा। वहीं तीसरे टेस्ट की चौथी पारी में भारत के सामने 403 रनों का लक्ष्य था, जिसे भारत ने 147 ओवरों में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। किंगस्टन में हुए चौथे टेस्ट में भारत को 10 विकेट से हराकर वेस्टइंडीज ने 2-1 से सीरीज़ अपने नाम कर ली। #3 1987, भारत सीरीज़ ड्रॉ 1-1 इस सीरीज़ के पहले मैच में काफी कम रन बने। पहली पारी में जहां भारत 75 रन पर सिमट गई वहीं वेस्टइंडीज को पहली पारी में 127 रन पर ऑलआउट कर दिया। चौथी पारी में भारत ने वेस्टइंडीज के लिए 276 रनो का लक्ष्य रखा जिसे वेस्टइंडीज ने पांच विकेट शेष रहते जीत लिया। दूसरे और तीसरे मुक़ाबले ड्रॉ रहे जबकि चौथे मुक़ाबले में भारत ने कपिल देव के शानदार शतक की बदौलत 255 रनों से जीत हासिल कर सीरीज़ के 1-1 से बराबर करने में कामयाब रहा। #4 1994, भारत सीरीज़ ड्रॉ 1-1 1987 की तरह ये सीरीज़ भी लगभग लगभग एक ही जैसी रही। भारत ने वानखेडे में 96 रनों से पहला टेस्ट जीत कर सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली थी। इस मैच में नयन मोगिया ने शानदार 80 रन बनाए थे। वहीं दूसरे टेस्ट मैच में सचिन, मांझरेकर और जवागल श्रीनाथ के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर टेस्ट ड्रॉ करने में कामयाब रही। वहीं तीसरा टेस्ट भी ड्रॉ रहा और चौथे टेस्ट में भारत को हराकर वेस्ट इंडीज ने सीरीज़ को 1-1 से बराबरी पर लाकर खत्म किया। इस मैच और सीरीज़ के हीरो रहे जिमी एडम्स जिन्हें शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज़ का पुरुसकार भी मिला। #5 2002, वेस्टइंडीज वेस्टइंडीज ने इस सीरीज़ को 2-1 से जीता ये सीरीज़ भी वेस्टइंडीज टीम के नाम रही थी। भले ही वी वी एस लक्ष्मण और सचिन ने कमाल का प्रदर्शन किया पर वेस्टइंडीज सीरीज़ पर कब्ज़ा करने में कामयाब रही। पहले टेस्ट में भारत ने इन दोनों बल्लेबाजों की बदौलत मैच को 37 रन से जीतने में सफल रही। जबकि दूसरे और तीसरे मैच में वेस्टइंडीज ने बाज़ी मारी और सीरीज़ में 2-1 से बढ़त बनाने में कामयाब रही। चौथे टेस्ट मैच में सौरव गांगुली की शानदार बल्लेबाज़ी की बदौलत भारत टेस्ट ड्रॉ करने में कामयाब रहा। आखिरकार, पिछले कुछ समय में भारत ने इतिहास को बादल दिया है और पूरी तरह वेस्टइंडीज टीम पर हावी हो चुकी है। आने वाली सीरीज़ 21 जुलाई से शुरू हो रही है, देखना ये है कि भारत इस सीरीज़ में अपने इस दबाव को बरकरार रख पता है या नहीं।