भारत के 5 सर्वश्रेष्ठ टेस्ट गेंदबाज

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भारत में क्रिकेट किसी धर्म से कम नहीं है और इस खेल में बल्लेबाजों को जय-जयकार रही है। सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग से लेकर तमाम बल्लेबाजों को क्रिकेट के भगवान के रूप में पूजा जाता है। विश्व क्रिकेट में दूसरे देशों के मुकाबले एशियन देशों बॉलिंग उतनी दमदार देखने को नहीं मिलती। हालांकि, कुछ गेंदबाद ऐसे हैं जिन्होंने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी का लोहा मनवाते हुए भारतीय दिग्गजों की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। हर परिस्थिति में बेहतरीन गेंदबाजी कर विकेट झटकना ही इन गेंदबाजों को महान बनाता है। इनके सहयोग से भारत ने कई मैच जीते और कई ड्रॉ कराने में कामयाब रहा। एक नजर भारत के 5 सर्वश्रेष्ठ टेस्ट गेंदबाजों पर: #5 बीएस चंद्रशेखर पूर्व लेग स्पिनर भागवत चंद्रशेखर का स्टाइल एक दम अलग था। बाएं हाथ में पोलियो होने के बावजूद चंद्रशेखर ने अपने टेलेंट को झुकने नहीं दिया। अपने 15 साल के करियर में चंद्रशेखर ने करीब 30 की औसत से 242 विकेट झटके। मेसूर के इस गेंदबाज ने घरेलू मैदान पर तो अपना जौहर दिखाया साथ ही बाहर भी अपनी गेंदबाजी से बड़े-बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। इस गेंदबाज ने विदेश में 32.66 की औसत से 100 विकेट अपने नाम किए, जबकि घरेलू मैदान पर चंद्रशेखर की औसत 27.69 की रही थी। चंद्रशेखर ने अपने करियर में कुल 242 विकेट लिए जिसमें भारत की जीत और ड्रॉ कराने में 159 विकेट का योगदान रहा, साथ ही उनकी औसत 19.27 की औसत रही जो काफी सराहनीय हैं। #4 बिशन सिंह बेदी bedi-1474293812-800 बिशन सिंह बेदी अपने समय के सबसे सफल स्पिनर्स में से एक हैं जिन्होंने टेस्ट में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। किफायती गेंदबाजी और गेंद को फ्लाईट कराने में माहिर बिशन सिंह बेदी को अपने काबिले तारीफ प्रदर्शन के लिए विश्व भर में जाना जाता था। अपने करियर मे 28.71 की औसत से 67 मैच खेलते हुए 266 विकेट हासिल किए, जिसमें 14 बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है। अपने अभूतपूर्व रिकॉर्ड के चलते बिशन ने भारत की जीत में 17 मैचों में 97 विकेट झटके जिसमें उनका औसत 18 रहा। बेदी विदेशी जमीं पर ज्यादा खुश रहते थे, खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में जहां उनकी औसत क्रमश: 27.51 और 24.65 की रही। विदेशी जमीं पर बेदी का सफर काफी अच्छा रहा जहां उन्होंने कुल 37 मैचों में 129 विकेट झटके जिसमें उनका औसत 33.72 का रहा। #3 जहीर खान zaheer-1474293954-800 आधुनिक युग के सबसे बुद्धिमान गेंदबाजों में से एक, जहीर खान ने एक दशक से अधिक टेस्ट मैचों में भारतीय तेज गेंदबाजी का नेतृत्व किया है। हालांकि जहीर को इस लंबे फॉर्मेट में दक्षता हासिल करने में काफी समय लगा लेकिन एक बार जब जहीर सेट हो गए तो उनका तोड़ असंभव हो गया। इस लिस्ट में जहीर के नम्बर तीन पर पहुंचने की वजह है उनका विदेशी जमीं पर दमदार प्रदर्शन, खासतौर पर इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में। विदेश में खेले 54 टेस्ट में जहीर ने कुल 207 विकेट अपने नाम दर्ज किए जिसमें उनकी औसत 31.47 की रही इसमें 8 बार पांच विकेट झटकने का करिशमा भी शामिल है। तुलनात्मक रूप से, जहीर का प्रदर्शन विदेशी जमीं के मुकाबले घरेलू जमीन पर इतना प्रभावशाली नहीं रहा। जहीर ने 36 की औसत से घरेलू मैदान पर 38 मैचों में कुल 104 विकेट झटके। अपने करियर के दौरान, इस तेज गेंदबाज ने टेस्ट में कुल 311 विकेट लिए जिसमें 149 विकेट भारत की जीत में अहम रहे। #2 कपिल देव kapil-1474294031-800 भारतीय क्रिकेट इतिहास में कपिल देव को एक महान ऑलराउंडर के लिए याद किया जाता है, लेकिन उनकी शानदार गेंदबाजी उन्हें और भी महान बनाती है। 131 टेस्ट मैचों में अपनी गेंदबाजी का जलवा दिखाकर अविश्वसनीय 434 विकेट झटकने वाले चंढीगढ़ के ये तुफानी गेंदबाज टेस्ट से सबसे सफल गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर है। हर परिस्थिति में अपना जादू दिखाने वाला गेंदबाज, कपिल देव घरेलू और विदेशी धरती दोनों पर कामयाब रहे। ऑस्ट्रेलियाई पिचों परक कपिल देव भारत के सबसे सफल गेंदबाज हैं, कपिल ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाते हुए कुल 11 टेस्ट मैचों में शानदार 51 विकेट झटके जिसमें 24.58 की उनकी असाधारण औसत रही और वेस्टइंडीज में भी उन्होंने 23 की औसत से 35 विकेट अपने नाम किए। हालांकि उनके समय में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत 5 दिवसीय मैचों में ज्यादा अच्छा नहीं कर पा रहा था, भारत ने जीते 24 मैचों में कपिल देव की औसत 18.30 थी। उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ मैच पाकिस्तान के खिलाफ 1990 में खेला गया चेन्नई टेस्ट है जहां उन्हें 146 रन देकर 11 विकेट लिए, इस मैच को भारत ने 10 विकेट से अपने नाम किया था। #1 अनिल कुंबले kumble-1474294103-800 अनिल कुंबले आज भी भारतीय टीम के मुख्य कोच के रुप में सुर्खियों में रहते हैं, लेकिन एक दशक पहले कुंबले एक गेंदबाज के तौर पर अपनी उपलब्धियों को लेकर खबरों में रहते थे। भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान काफी सराहनीय है, उन्होंने अपने 18 साल के लम्बे करियर में अद्भुत 619 विकेट लेने का जादुई कारनामा किया है। कई लोगों का मानना है कि कुंबले विदेशी धरती पर कोई खास असर नहीं डाल पाए, लेकिन ये बात पूरी तरह सही नहीं है क्योंकि कई मौकों पर जम्बो ने विदेशी जमीं पर विरोधियों के मुहं से जीत का निवाला छीना है। विदेशी जमीं पर कुंबले ने 69 मैच खेलते हुए कुल 269 विकेट लिए हैं। अपने प्रदर्शन से टीम को मैच जीताने की काबिलियत की वजह से कुंबले इस लिस्ट में पहले स्थान पर हैं। कुंबले ने कुल 132 टेस्ट खेले हैं जिसमें भारत ने 43 मैच जीते है और इस दौरान कुंबले ने 288 विकेट लिए और उनका औसत 18.75 रहा इसमें उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी भी शामिल है जब उन्होंने 1999 में दिल्ली में पाकिस्तान के खिलाफ 74 रन देकर 10 विकेट हासिल किए। लेखक: अभिनव मेसी, अनुवादक: अनुराधा तंवर

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