2014-15 दक्षिण अफ्रीका का भारत दौरा हमेशा पिच तैयार करने के विवाद को लेकर याद रखा जाएगा। दोनों टीमों के बल्लेबाज पूरी सीरीज के दौरान रन बनाने के लिए संघर्षरत दिखे। मेजबान टीम ने इसका पूरा फायदा उठाया और स्पिनर्स के दम पर टेस्ट जीता। इसका नतीजा यह रहा कि भारत ने आखिरी टेस्ट में 2-0 की बढ़त के साथ प्रवेश किया। हालांकि कोटला की धीमी पिच पर मेजबान टीम एक समय संघर्ष कर रही थी। उसके 7 विकेट 198 रन पर गिर गए थे। अजिंक्य रहाणे अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें अच्छा समर्थन नहीं मिल रहा था। मगर जब अश्विन क्रीज पर आकर रहाणे का साथ निभाने लगे तो दोनों ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 98 रन की साझेदारी की और दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों की लय बिगाड़ दी। अजिंक्य रहाणे ने 127 रन बनाकर आकर्षण खीचा, लेकिन अश्विन ने 56 रन की बेहतरीन पारी खेली। भारत ने यह टेस्ट 337 रन के विशाल अंतर से जीता और चार मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम की।